सालभर क्यों पिटा LIC, अब खरीदें या बेचें?

निवेशकों को लगी 2.5 लाख करोड़ रुपए की चपत.

सालभर क्यों पिटा LIC, अब खरीदें या बेचें?

LIC की लिस्टिंग का एक साल पूरा. (Photo Credit: TV9 Bharatvarsh)

LIC की लिस्टिंग का एक साल पूरा. (Photo Credit: TV9 Bharatvarsh)

जीवन बीमा कंपनी एलआईसी आईपीओ (LIC IPO) की लिस्टिंग का एक साल पूरा हो गया. कुल 21,000 करोड़ रुपए का यह आईपीओ भारत का अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू था. सरकारी क्षेत्र की इस बीमा कंपनी के आईपीओ से निवेशकों को बहुत ज्यादा उम्मीद थी. यही वजह रही कि यह अपने इश्यू साइज से तीन गुना ज्यादा सब्सक्राइब्ड हुआ था. लेकिन पिछले एक साल में यह शेयर अपने इन्वेस्टर्स को लगातार निराश करता नजर आया है. यह आईपीओ एक साल में सबसे फ्लॉप आईपीओ साबित हुआ है जिससे निवेशकों को 2.5 लाख करोड़ रुपए की चपत लगाई है.

एलआईसी का शेयर पिछले साल आज ही के दिन यानी 17 मई को लिस्ट हुआ था. एलआईसी का शेयर अपने इश्यू प्राइस 949 रुपये से 40 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. आज बीएसई पर इसके शेयर लाल निशान के साथ 566 रुपए के स्तर पर रहा. यानी एलआईसी स्टॉक जिस उम्मीद के साथ लिस्टेड हुआ था, वैसा रिजल्ट नहीं रहा.

निवेशकों को झटका

एलआईसी के स्टॉक के निवेशकों को लगातार नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. पिछले एक साल में सेंसेक्स में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही है, लेकिन एलआईसी के शेयर 40% तक निचे आ गए हैं. यानी कुल मिलकार सेंसेक्स की तुलना में एलआईसी का शेयर 54 फीसदी कमजोर रहा है. लिस्टिंग के समय, रिलायंस, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक और इंफोसिस बाद देश की पांचवीं सबसे बड़ी मूल्यवान कंपनी एलआईसी अब 13वें पायदान पर आ गई है. इसके नुकसान का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि आईपीओ लिस्टिंग के समय इसका मार्केट कैपिटल 6 लाख करोड़ रुपए था, जबकि अभी इसका मार्केट कैपिटल 3.6 लाख करोड़ रुपए से भी कम है.

क्यों घटा आकर्षण?

एलआईसी स्टॉक की लिस्टिंग के दौरान निवेशकों में ये भरोसा था कि सरकार के हस्तक्षेप वाली कंपनी एलआईसी का बाजार मजबूत है, इसलिए इसमें जोखिम कम है. लेकिन केंद्रीय बजट में इंश्योरेंस पॉलिसीज में इन्वेस्ट पर टैक्स छूट को लेकर निर्मला सीतारमण के बयान (न्यू टैक्स रिजीम में ट्रान्सफर करने के लिए एक इंसेंटिव दिया गया) के बाद एलआईसी को तगड़ा झटका लगा है. दरअसल, इसके बाद, इन्वेस्टर्स में टैक्स के एंगल से एलआईसी की तरफ का आकर्षण कम हुआ है. यानी एलआईसी के शेयर्स में गिरावट की यह एक बड़ी वजह है.

ब्रोकरेज हाउस की राय

अब सवाल है कि ऐसी स्थिति में एलआईसी के शेयर खरीदें या बेचें? एक्सपर्ट्स की मानें तो एलआईसी लम्बे समय में शानदार रिजल्ट दे सकता है. यानी इन्वेस्टर्स के लिए लॉन्ग टर्म को देखते हुए यह एक अच्छा निवेश साबित हो सकता है. वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में LIC को कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 40 गुना से ज्यादा वार्षिक वृद्धि मिली है. इस महीने के आखिर तक कंपनी अपने Q4 परिणामों की रिपोर्ट जारी कर सकती है. ब्रोकिंग फर्म बीओबी कैपिटल ने एलआईसी के शेयर में खरीदारी की राय के साथ 800 रुपए का लक्ष्य दिया है. ब्रोकिंग फर्म मोतीलाल ओसवाल ने भी 830 रुपए के टारगेट साथ खरीदने की सलाह दी है.

Published - May 17, 2023, 12:58 IST