फिर क्यों चर्चाओं में आया अदानी समूह?

अदानी समूह ने मेंटिनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (एमआरओ) कंपनी एयर वर्क्स को 400 करोड़ रुपए में खरीदने के सौदे को रोक दिया है. दरअसल एयर वर्क्स में 23% हिस्सेदारी वाले पुंज ललॉयड ग्रुप (Punj Lloyd Group) का लिक्विडेशन हो गया है जिस वजह से डील पूरी करने में कानूनी देरियां हो रही है.

फिर क्यों चर्चाओं में आया अदानी समूह?

अदानी समूह की खुद की पूंजी से फॉरन करेंसी बॉन्ड्स के बायबैक की योजना है. (Photo Credit: TV9 Bharatvarsh)

अदानी समूह की खुद की पूंजी से फॉरन करेंसी बॉन्ड्स के बायबैक की योजना है. (Photo Credit: TV9 Bharatvarsh)

देश का अदानी समूह तीन बड़ी खबरों को लेकर फिर चर्चाओं में है. पहली खबर में अदानी ग्रुप ने कहा है कि समूह की तब तक नया कर्ज उठाने की योजना नहीं है जब तक मौजूदा कर्ज कम नहीं हो जाता. 31 मार्च 2023 तक ग्रुप पर 2.27 लाख करोड़ का कुल कर्ज है.
अदानी ग्रुप की ओर से लेंडर्स और रेग्युलेटर्स को हाल में जमा किए गए नोट के अनुसार मार्च अंत तक नेट कर्ज 1.95 लाख करोड़ रहने का अनुमान है क्योंकि वित्त वर्ष 2023 में ग्रुप ने 23,590 करोड़ रुपए के कर्ज का भुगतान किया है. साथ ही बैंकों से ये भी कहा गया है कि ग्रुप ने अपने लंबी अवधि के डेट पोर्टफोलियो का पुनर्गठन किया है.

मजबूत होगी अदानी की साख!

दूसरी खबर ये है कि ग्रुप की खुद की पूंजी से फॉरन करेंसी बॉन्ड्स के बायबैक की योजना है. इसमें से सबसे पहले अदानी पोर्ट्स की ओर से 65 करोड़ डॉलर के बॉन्ड्स वापस खरीदे जाएंगे. इसके अलावा बाकी ग्रुप कंपनियों की ओर से खरीदे जाने वाले बॉन्ड्स की योजना पर काम जारी है. तीसरी खबर ये है कि ग्रुप ने मेंटिनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (एमआरओ) कंपनी एयर वर्क्स को 400 करोड़ रुपए में खरीदने के सौदे को रोक दिया है. दरअसल एयर वर्क्स में 23% हिस्सेदारी वाले पुंज ललॉयड ग्रुप (Punj Lloyd Group) का लिक्विडेशन हो गया है जिस वजह से डील पूरी करने में कानूनी देरियां हो रही है. बता दें कि डील पूरी करने की डेडलाइन दो बार पूरी हो चुकी है और हाल में ये डेडलाइन वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही की थी. एक्सपर्ट का मानना है कि नया कर्ज नहीं लेने की योजना और मौजूदा कर्ज कम करने की खबरों से समूह की साख मजबूत होगी. इस वजह से कंपनी के शेयरों में तेजी का रुख देखा जा सकता है.

Published - April 24, 2023, 02:34 IST