KCC: पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत हाल में 2,000 रुपये की आठवीं किस्त किसानों को जारी हुई है. लेकिन, जिन लोगों का किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की वजह से बंद हो गया है उन्हें PM किसान का पैसा मिलने में मुश्किल आ सकती है.
हालांकि, चिंता करने की कोई बात नहीं है. यहां हम आपको बंद पड़े KCC को फिर से चालू करने का आसान तरीका बता रहे हैं.
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना काफी पहले से चल रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने इसे बनवाने के नियमों को काफी आसान कर दिया है. इसका मकसद ये है कि देश के ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसका लाभ दिया जा सके.
फिलहाल, आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनाया जा रहा है. इस कार्ड पर आसान और सस्ता Loan भी मिलता है.
सबसे पहले pmkisan.gov.in पर Farmer Corner में जाएं, download KCC Form करें. KCC बनवाने के लिए फॉर्म डाउनलोड होगा, फॉर्म को भरकर पास की बैंक में जमा कराएं.
इस फॉर्म का इस्तेमाल KCC की लिमिट बढ़ाने और बंद कार्ड को शुरू करने में भी होता है. ये भी याद रखना होगा कि कार्ड की वैलिडिटी पांच साल होती है.
वहीं, जो किसान KCC बनवाना चाहते हैं वे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), बैंक ऑफ इंडिया, को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (IDBI) में एप्लाई कर सकते हैं.
KCC के तहत तीन लाख रुपये तक का लोन मिलता है. लोन पर ब्याज दर नौ फीसदी है. मगर, KCC पर सरकार 2 फीसदी सब्सिडी देती है.
इससे KCC पर किसान को सात फीसदी ब्याज पर लोन मिलता है. किसान अगर समय से पहले लोन चुका देते हैं, तो उन्हें ब्याज पर 3 फीसदी तक छूट मिलती है, यानि कुल ब्याज 4 फीसदी रहता है.
KCC के लिए कई बैंक ऑनलाइन आवेदन की सुविधा देते हैं. इसके लिए उनके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म प्राप्त किया जा सकता है.
इसके लिए सबसे पहले बैंक के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और किसान क्रेडिट कार्ड का विकल्प चुनें. इसके बाद ‘Apply’ बटन पर क्लिक करें.
इससे आप ऑनलाइन आवेदन वाले पेज पर पहुंच जाएंगे. फॉर्म में निर्देशित जगहों को भरें और अंत में सबमिट बटन पर क्लिक करें.
फॉर्म सबमिट करने के बाद एक ऐप्लीकेशन रेफरेंस नंबर जेनरेट होगा. इसे नोट कर लें और बाद में किसी भी तरह की क्वेरी के लिए इसका इस्तेमाल करें.
फॉर्म भरने के बाद बैंक केसीसी के लिए आपकी योग्यता जांचेगा. इसमें अगर आप सफल होते हैं, तो अगले 3-4 वर्किंग डे के अंदर ही बैंक आपको कॉल करेगा और जरूरी दस्तावेजों की मांग करेगा.
एक बार सभी दस्तावेजों के साथ फॉर्म बैंक द्वारा स्वीकार कर लिए जाते हैं तो अगले 7-10 दिनों के अंदर ही बैंक आपके क्रेडिट कार्ड के लिए प्रोसेस शुरू कर देगा.
योजना के तहत सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक सहायता की जाती है. यह आर्थिक सहायता (हर किस्त में 2000 रुपये) किसानों को तीन किस्तों में दी जाती है.
अब तक सरकार द्वारा 8 किस्त जारी की जा चुकी हैं. 8वीं किस्त की राशि सरकार द्वारा किसानों के खाते में 14 मई 2021 को जारी की गई है. लगभग 9 करोड़ 50 लाख किसानों के खाते में 20 हजार हज़ार करोड़ रुपए ट्रांसफर किये गए हैं.
यदि आपके खाते में आठवीं किस्त की राशि नहीं आई है तो आपको इसके लिए शिकायत दर्ज करनी होगी. यह शिकायत आप हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके दर्ज कर सकते हैं या फिर ईमेल लिख कर भी आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं.
हेल्पलाइन नंबर 011-24300606/ 011-23381092 है तथा ईमेल आईडी pmkisan-ict@gov.in है. पीएम किसान के हेल्प डेस्क के ईमेल पर केवल सोमवार से शुक्रवार तक ही संपर्क किया जा सकता है.
इसके अलावा लाभार्थी अपने क्षेत्र के लेखपाल या कृषि अधिकारी से भी संपर्क करके शिकायत दर्ज कर सकता है.
-मेयर या जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक, एमएलसी, लोकसभा और राज्यसभा सांसद.
-केंद्र या राज्य सरकार के अधिकारी इसके पात्र नहीं होंगे.
-पिछले वित्तीय वर्ष में आयकर भुगतान करने वाले किसानों को फायदा नहीं मिलेगा.
-पेशेवर, डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, वकील और आर्किटेक्ट इस योजना के दायरे में नहीं आएंगे
-किसान जो भूतपूर्व या वर्तमान में संवैधानिक पद धारक हैं, वर्तमान या पूर्व मंत्री हैं.
-हर साल दी जाती है 6000 रुपए की सहायता
-10 हजार रुपये से अधिक पेंशन पाने वाले किसानों को भी लाभ नहीं मिलेगा