जम्मू-कश्मीर में 3 हजार करोड़ से चत्तरगला सुरंग का होगा निर्माण

Jammu And Kashmir: जम्मू एवं कश्मीर (Jammu And Kashmir) में लगभग तीन हज़ार करोड़ रुपये की लागत से चत्तरगला सुरंग का निर्माण किया जाना है.

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जम्मू एवं कश्मीर (Jammu And Kashmir) में लगभग तीन हज़ार करोड़ रुपये की लागत से चत्तरगला सुरंग का निर्माण किया जाना है, जिसके लिए कवायद तेज हो गई है. इसके तहत फंड आवंटन के लिए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की. यह सुरंग जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) के डोडा जिले के साथ भद्रवाह और डोडा जाने के लिए बसोहली-बनी के रास्ते नए राजमार्ग पर कठुआ जिले को जोड़ेगी. यह एक ऐतिहासिक परियोजना होगी, जो दूर बसे दो क्षेत्रों के बीच स्थायी वैकल्पिक सड़क संपर्क उपलब्ध कराएगी तथा इससे डोडा से लखनपुर के बीच की दूरी घटकर केवल लगभग चार घंटे रह जाएगी.

चूंकि बीआरओ के सामने फंड संबंधी बाधाएं आ रही थीं, डॉ. जितेंद्र सिंह ने गडकरी से मुलाकात की और भारतमाला के जरिए या सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय के किसी अन्य उपयुक्त माध्यम से बीआरओ को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया. इस दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही और उन्होंने निर्देश जारी किया कि सर्वश्रेष्ठ तरीके से इस कार्य को किया जाए.

लगभग चार वर्ष का लगेगा समय
चत्तरगला परियोजना में 6.8 किलोमीटर लंबी सुरंग की परिकल्पना की गई है, जिसके लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा पहले ही व्यावहार्यता सर्वेक्षण किया जा चुका है. निष्पादन कार्य शुरू होने के बाद इस सुरंग में लगभग चार वर्ष का समय लगेगा। इसकी निर्माण लागत लगभग तीन हजार करोड़ रुपए है.

राजस्व का सृजन होगा बल्कि रोजगार के अवसर होंगे पैदा
इस बीच, डॉ. जितेंद्र सिंह ने बीआरओ प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी से अनुरोध किया कि जितना जल्द संभव हो चत्तरगला परियोजना में तेजी लाई जाए. उन्होंने कहा कि चत्तरगला परियोजना, विशेष रूप से कठुवा एवं डोडा जिलों के लिए एक क्रांतिकारी परिवर्तन साबित होगी. इससे न केवल राजस्व का सृजन होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.

उन्‍होंने कहा कि यह स्थायी सड़क संपर्क व्यवसाय करने की सरलता लाएगा, यात्रा के समय में कमी लाएगा तथा बनी एवं भद्रवाह जैसै स्थानों को राष्ट्रीय रूप से विख्यात पर्यटन गंतव्यों के रूप में उभरने का एक अनूठा अवसर भी उपलब्ध कराएगा. डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि चत्तरगला में सुरंग की मांग कई वर्षों से लंबित थी, लेकिन पहले की सरकारों द्वारा उनकी अलग-अलग प्राथमिकताओं के कारण इस कार्य को शुरू नहीं किया गया था.

बीआरओ की अन्य परियोजनाएं
उधमपुर-कठुवा डोडा लोकसभा संसदीय क्षेत्र में पिछले 6 वर्षों के दौरान सड़क एवं पुल निर्माण में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जिनमें बसोहली में अटल सेतु, कठुवा में कीदियान गडेयाल और जूथाना सेतु, उधमपुर में देविका पुल, डोडा में खिलानी-मरम्मत से शुद्धमहादेव तथा कलजुगर तक नया राजमार्ग उल्लेखनीय हैं.

संसदीय क्षेत्र में जारी अन्य बीआरओ परियोजनाओं में डोडा जिले में भगवा से लाल-दरमन तक एवं मसल-दुसनन तक सड़क का निर्माण, कठुआ जिले में चक्रमोर-महाराजपुर-राजबाग-हरिया चौक सड़क और उधमपुर जिले में फटाला से जखानी सड़क का अपग्रेडेशन शामिल है. जनरल चौधरी ने डॉ. जितेंद्र सिंह को उनके लोकसभा संसदीय क्षेत्र में आरंभ होने वाली लगभग एक दर्जन बीआरओ सड़कों तथा पुल परियोजनाओं की भी जानकारी दी.

Published - March 19, 2021, 04:40 IST