केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) उद्योग को अगले तीन से पांच वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक राजस्व वाली 500-600 कंपनियों के निर्माण का लक्ष्य रखना चाहिए, जिनकी संख्या इस समय 25 से 30 है. उन्होंने साथ ही क्षेत्र से कोविड महामारी के बाद की दुनिया में वैश्विक अवसरों का दोहन करने के लिए विश्वास एवं प्रतिस्पर्धा के अपने सिद्ध गुणों का लाभ उठाने की अपील की. इलेक्ट्रॉनिक और आईटी राज्य मंत्री ने कहा कि भारतीय तकनीकी क्षेत्र के लिए, वर्तमान क्षण एक अभूतपूर्व अवसर का प्रतिनिधित्व करता है.
उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में, ऐसी लगभग 25 भारतीय प्रौद्योगिकी कंपनियां हैं जिनका राजस्व 5,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक है और मुझे लगता है कि तीन से पांच वर्षों में . मैं गंभीरता के साथ कह रहा हूं, हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हम 5,000 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा के राजस्व वाली कंपनियों की संख्या, एक व्यवहारिक महत्वाकांक्षा के साथ आज के 25-30 से अगले तीन से पांच वर्षों में लगभग 500-600 तक ले जाएं.’
चंद्रशेखर ने उद्योग संगठन सीआईआई की वार्षिक बैठक में अपने संबोधन में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में देश में बड़े पैमाने पर डिजिटलीकरण की पहल और कोविड के बाद के विश्व परिदृश्य ने एक ऐसा अवसर पेश किया है जो इतिहास में कभी नहीं था.
उन्होंने कहा, ‘हमने किसी देश के सामने आने वाले सबसे खराब समय यानी कोविड महामारी के दौरान प्रौद्योगिकी की ताकत को देखा है. मुझे लगता है कि पिछले सात वर्षों के प्रयास और कोविड के बाद की दुनिया, हमारे लिए सबसे बड़ा अवसर पेश करती है, वैसा अवसर जो इतिहास में कभी नहीं मिला था.