एक ओर सार्वजनिक इकाइयां महामारी में देश की जी जान से मदद कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर अभूतपूर्व मुनाफा भी कमा रही हैं. यह अपने आप में उनके कार्यकुशलता का अद्भुत परिचय है. इसी पंक्ति में अब भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) ने अपना नाम दर्ज कराया है. इरेडा (IREDA), जो नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है, देश में अक्षय ऊर्जा (RE) और ऊर्जा दक्षता (EE) परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए भारत में एकमात्र समर्पित संस्थान है.
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) ने वित्त वर्ष 2020-21 में, 570 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ (PBT) दर्ज किया है, जो अब तक का सबसे ऊंचा वार्षिक लाभ है. वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान कंपनी का पीबीटी 241 करोड़ रुपये था. आपको याद दिला दें, यह वर्ष कोविड महामारी से सबसे अधिक प्रभावित रहा है.
कंपनी ने सिर्फ पीबीटी में ही नहीं कर-पश्चात लाभ (पीएटी) में भी वृद्धि दर्ज की है. कंपनी ने 61% की बढ़ोतरी करते हुए पिछले वित्त वर्ष में 215 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 में 346 करोड़ रुपये कर-पश्चात लाभ (पीएटी) घोषित किया है. 30 मई को आयोजित बैठक में इरेडा के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ऑडिट हो चुके वित्तीय परिणामों को स्वीकार किया और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां होने के बावजूद कंपनी के बहुमुखी विकास के लिए सराहना की.
इरेडा की लोन बुक (ऋण पुस्तिका), मार्च 2020 को 23,548 करोड़ रुपये से बढ़कर 31 मार्च 2021 को 27,854 करोड़ रुपये की हो गई है. कर्ज का वितरण 8,827 करोड़ रुपये रहा, जो कंपनी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा वितरण है. कंपनी की कुल संपत्ति 31 मार्च 2020 के 2,521 करोड़ रुपये की तुलना में 31 मार्च 2021 को 2,995 करोड़ रुपये हो गई.
– कर-पूर्व लाभ– 241 करोड़ रुपये की तुलना में 570 करोड़ रुपये, 136% बढ़ोतरी (अब तक सर्वाधिक)
– कर-पश्चात लाभ- 215 करोड़ रुपये की तुलना में 346 करोड़ रुपये। (61% बढ़ोतरी)
– ऋण वितरण- 8,785 करोड़ रुपये की तुलना में 8,827 करोड़ रुपये (अब तक का दूसरा सर्वाधिक वितरण)
– लोन बुक – 23,548 करोड़ रुपये की तुलना में 27,854 करोड़ रुपये। (वार्षिक वृद्धि: अब तक की दूसरी सबसे ऊंची वृद्धि)
– नेट वर्थ (निवल मूल्य) – 2,521 करोड़ रुपये की तुलना में 2,995 करोड़ रुपये, (19% बढ़ोतरी)
– शुद्ध एनपीए में कमी- 7.18% की तुलना में 5.61% (22% गिरावट)
इरेडा ने एक ‘कोविड केयर रिस्पॉन्स टीम’ का गठन किया है जो अपने कोविड-19 पॉजिटिव कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों की भी लगातार देखभाल कर रही है. यह पहल जून, 2020 में शुरू की गई थी और इसके परिणामस्वरूप 11 मई, 2021 तक ‘जीरो’ कर्मचारी कोविड संक्रमित या उपचाराधीन हैं.
ऐसे समय में, जब पूरी दुनिया COVID-19 महामारी से निपटने के लिए संघर्ष कर रही है, इरेडा महामारी के लिए समय पर और सक्रिय दृष्टिकोण अपनाकर अपने कर्मचारियों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने में सक्षम रहा है. इसके अलावा इरेडा ने सामाजिक सरोकार के लिए भी समय-समय पर कई कदम उठाए हैं.
इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) ने 11 मई, 2021 को भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) को ‘हरित ऊर्जा पुरस्कार’ से सम्मानित किया है. इस एजेंसी को अक्षय ऊर्जा के लिए वित्तपोषण संस्थान के तौर पर एक अग्रणी सार्वजनिक संस्थान होने के लिए सम्मानित किया गया था. इरेडा ने हरित ऊर्जा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसके चलते भारत आज हरित ऊर्जा क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी है.