सरकार की महिलाओं के लिए शुरू की गई लघु बचत योजना खूब पसंद की जा रही है. चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने (अप्रैल-मई) में महिला सम्मान सेविंग स्कीम में पांच लाख सदस्यों ने निवेश किया है. इस अविध में इस योजना में 3666 करोड़ रुपए का निवेश आया है. इस तरह एक खाते में औसतन 73,000 रुपए जमा हुए हैं. योजना में बैंक की एफडी की तुलना में कुछ बेहतर रिटर्न मिलने की वजह से इसका आकर्षण बढ़ा है.
कैसी है योजना?
महिला सम्मान सेविंग स्कीम में एक महिला अधिकतम दो लाख रुपए तक का निवेश कर सकती है. यह दो साल की योजना है जिसमें सालाना 7.5 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है. अभी यह योजना पोस्ट ऑफिस में ही चल रही है. उम्मीद है कि जून के अंत तक बैंक भी इस योजना को अपना लेंगे. यह योजना दो साल के लिए है जिसमें मार्च 2025 तक एकमुश्त निवेश का विकल्प मिलेगा. इस योजना में महिला या बिटिया के नाम पर दो लाख रुपए तक निवेश कर सकते हैं. इसमें आंशिक निकासी की भी सुविधा है.
कैसे खुलवाएं खाता?
महिला सम्मान बचत योजना में खाता खुलवाने की प्रक्रिया एकदम आसान है. इसके लिए महिला या युवती के लिए नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाना होगा. खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड की प्रति और दो फोटो जमा करने होंगे. अगर खाते में 50,000 रुपए से ज्यादा जमा करने हैं तो पैन कार्ड की कॉपी देनी होगी. इस योजना में कोई महिला एक से ज्यादा खाते भी खुलवा सकती है. हालांकि दूसरा खाता तीन महीने के अंतराल के बाद ही खोला जा सकता है. साथ ही सभी खातों में कुल मिलाकर दो लाख रुपए तक ही जमा करा जा सकते हैं.
ब्याज की गणना
महिला सम्मान बचत पत्र में 7.5 फीसद का सालाना निश्चित ब्याज मिलेगा. हालांकि ब्याज की गणना तिमाही चक्रवृद्धि आधार पर की जाएगी. इस तरह सालाना रिटर्न बढ़कर 7.71 फीसद हो जाएगा. अगर आपने दो लाख रुपए निवेश किए हैं तो सालाना 15,420 रुपए का ब्याज मिलेगा.
टैक्स का प्रावधान
महिला सम्मान बचत योजना में निवेश पर आयकर की धारा 80सी के तहत छूट का कोई लाभ नहीं मिलेगा. नियमों के तहत लघु बचत योजना में निवेश पर ब्याज की आय 40,000 रुपए से कम है तो इस पर कोई टीडीएस नहीं कटेगा. चूंकि इस योजना में दो लाख रुपए ही निवेश कर सकते हैं तो जाहिर है सालाना ब्याज आय 15,000 रुपए ही बनेगी. टीडीएस नहीं बनेगा. अगर खाताधारक टैक्स के दायरे में आता है तो ब्याज की राशि सालाना आय में जुड़ेगी जिस पर स्लैब के आधार पर टैक्स देना होगा.