पहिए पर चलकर आपके घर पहुंची महंगाई!
मुंबई में पेट्रोल के भाव 120.47 रुपए प्रति लीटर और डीजल 104.72 रुपए प्रति लीटर हैं. पेट्रोल डीजल का शतक कमोवेश हर शहर में लग चुका है.
गाजियाबाद में रहने वाले अजय की आए दिन महंगाई से मुठभेड़ हो रही है. ताजा मामला उनके बेटे सक्षम को स्कूल ले जाने वाली स्कूल बैन का है. दो साल बाद स्कूल खुलते ही बैन वाले ने किराया डेढ़ गुना बढ़ा दिया. 1500 रुपए से सीधे 2300 रुपए महीना. कारण तो अजय को भी पता है. रोज मनी 9 देखते हैं अपडेट रहते हैं.
पेट्रोल-डीजल-सीएनजी, इंश्योरेंस, टोल, टायर सब कुछ तो महंगा हो गया. अब भाई तेल तो तिली से ही निकलेगा. बच्चा स्कूल और अजय ऑफिस जाने के लिए पहले से ज्यादा खर्च कर रहे हैं. अजय ही नहीं हम आप भी इस महंगाई में झुलस रहे. बस आंच किसी को ज्यादा लग रही किसी को कम. कम ज्यादा इसलिए क्योंकि पेट्रोल, डीजल का उपभोग आप सीधे भले न कर रहे हों लेकिन राशन तो खरीदते ही हैं, फल सब्जी भी लाते होंगे, अपना वाहन नहीं भी होगा तो ऑटो, टैक्सी, ओला, उबर पर चलते होंगे. महंगाई ने ये सारे घर भी देख लिए हैं. उबर वालों ने किराया 15 फीसद बढ़ा दिए.
फैक्ट्रियों से सामान, खेतों से फल सब्जी सब ट्रकों में सवार होकर ही आपके मंडी बाजार तक पहुंचता है. टांस्पोर्ट्स की लागत में 70 फीसद हिस्सेदारी डीजल की होती है. डीजल महंगा होने से ट्रांस्पोर्टर्स ने भाड़े बढ़ा दिए हैं.
महीनेभर में भाड़े 5 फीसद तक पढ़ गए. ये चार्ट देखिए तब समझ आएगा कि नागपुर का संतरा और दक्षिण से आने वाला नारियल पानी क्यों महंगा हो रहा. यह भाव 31 मार्च तक है कीमतों में बढ़ोतरी इसके बाद भी जारी है
सनद रहे बीते 16 दिन में पेट्रोल डीजल के भाव 14 बार बढ़ें हैं. दिल्ली में पेट्रोल 105.41 रुपए प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपए लीटर पहुंच गया है. मुंबई में पेट्रोल के भाव 120.47 रुपए प्रति लीटर और डीजल 104.72 रुपए प्रति लीटर हैं. पेट्रोल डीजल का शतक कमोवेश हर शहर में लग चुका है.
ट्रांस्पोर्ट्स की मांग है कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों को काबू करे. इसे जीएसटी के दायरे में लाए. यानी किस्सा कोताह यह पेट्रोल, डीजल, सीएनजी की बढ़ती कीमतों से महंगाई की सुइयां नुकीली हो रही हैं. इससे जीवन जीने की लागत कई तरह से बढ़ रही है.