दाल-चावल से लेकर खाने के तेल तक, पिछले एक साल में कीमतें कितनी बढ़ीं?

Inflation: पिछले साल के मुकाबले इस बार खाने के तेलों की कीमतों में बड़ा उछाल आया है. इनकी कीमतें 55 फीसदी तक बढ़ी हैं. 

Inflation:

भारत के वरिष्ठ अर्थशास्त्री अभिषेक गुप्ता ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन ने पिछले हफ्ते डीजल और गैसोलीन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की, जिसका उद्देश्य महंगाई के दबावों को कम करना था.

भारत के वरिष्ठ अर्थशास्त्री अभिषेक गुप्ता ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन ने पिछले हफ्ते डीजल और गैसोलीन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की, जिसका उद्देश्य महंगाई के दबावों को कम करना था.

Inflation: कोविड संकट पिछले 15 महीनों से छाया हुआ है. इस बीच कई लोगों की सैलरी कट से लेकर जॉब लॉस भी हुआ. इस एक साल में आर्थिक संकट के साथ ही महंगाई भी चिंता बनी. पिछले साल रिटेल महंगाई अक्टूबर में 7.6 फीसदी को छू गई थी तो वहीं खाद्य महंगाई तब 11 फीसदी तक पहुंची थी. ऐसे में पिछले एक साल में आपके किचन के बजट में कितना बदलाव आया है? जेब से अब किन चीजों के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है और किसपर खर्च है घटा?

महंगाई तब और आज

पिछले साल मई में रिटेल महंगाई दर (CPI) 6.27 फीसदी पर थी और अप्रैल 2020 में ये 7.22 फीसदी थी. पिछले साल अप्रैल में खाद्य महंगाई दर 11.3 फीसदी पर थी.

अप्रैल 2021 में रिटेल महंगाई में मार्च के मुकाबले हल्की नरमी आई है. इस साल अप्रैल में रिटेल महंगाई 4.29 फीसदी रही है जबकि मार्च 2021 में ये 5.52 फीसदी पर थी. ये नरमी खाद्य महंगाई में गिरावट की वजह से रही. अप्रैल 2021 में  खाद्य महंगाई दर 2 फीसदी के करीब रही है.

लेकिन, होलसेल महंगाई अप्रैल में बढ़कर 10 फीसदी को पार कर गई है.

महंगाई दर

तेल ने बढ़ाई चिंता

उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस बार खाने के तेलों की कीमतों में बड़ा उछाल आया है. इनकी कीमतें 55 फीसदी तक बढ़ी हैं.  सूरजमुखी के तेल के एक लीटर पैकेट के लिए पिछले साल मई में 110.52 रुपये चुकाने होते थे, तो वहीं अब इसकी कीमत बढ़कर 171.58 रुपये हो गई है – यानी 55 फीसदी की बढ़त.

पाम ऑयल 88.24 रुपये प्रति पैकेट से बढ़कर 133 रुपये पर आ गया है, 50 फीसदी का उछाल. सोया तेल की कीमतों में 48.5 फीसदी का उछाल आया है और ये 149 रुपये प्रति पैकेट पर पहुंच गया है. यही हाल मूंगफली और सरसों के तेल का भी रहा.

दाल का क्या हाल?

चना दाल, मसूर दाल और तूर (अरहर) दाल की कीमतों में पिछले साल की मई के मुकाबले अब तक 11 से 14 फीसदी तक का उछाल आ चुका है. चना दाल 68 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 76 रुपये प्रति किलो हो गया है जबकि तूर दाल 94 रुपये से बढ़कर 108 रुपये प्रति किलो हो गई है. उड़द दाल 104.78 रुपये के मुकाबले अब 110.18 रुपये प्रति किलो मिल रही है. मसूर दाल 76.23 रुपये थी और अब 85.18 रुपये प्रति किलो हो गई है. हालांकि, मूंग दाल में हल्की गिरावट रही – ये 110.8 रुपये प्रति किलो से घटकर 107.2 रुपये पर आई है.

आटा-चावल किस भाव?

उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चावल की कीमतों में तकरीबन 6 फीसदी का उछाल आया है. हालांकि, आटा और गेहूं पिछले साल की मई के मुकाबले सस्ता हुआ है.

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Published - May 19, 2021, 06:18 IST