नवायरमेंट सोशल गवर्नेंस रिपोर्टिंग शुरू करने वाली पहली भारतीय विमान कंपनी बनी इंडिगो

Indigo Airline: कई एयरलाइंस दुनिया के सबसे बड़े कार्बन उत्सर्जक हैं. अपने पर्यावरणीय प्रभाव में सुधार के लिए मजबूत कदम उठाना शुरू कर दिया है.

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यह रिपोर्ट पृथ्वी की जैव विविधता की रक्षा और पोषण को बेहतर बनाने का एक प्रयास है.

यह रिपोर्ट पृथ्वी की जैव विविधता की रक्षा और पोषण को बेहतर बनाने का एक प्रयास है.

Indigo Airline: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (Indigo Airline) ने स्थायी विमानन (aviation) की दिशा में अपने प्रयासों को प्रदर्शित करने के लिए अपनी पहली एनवायरमेंट सोशल गवर्नेंस (ESG) रिपोर्ट प्रकाशित की है. इंडिगो द्वारा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) प्रक्रिया के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की प्रक्रिया के बीच यह रिपोर्ट आई है. संभवत: यह मार्की विदेशी फंडों (marquee overseas funds) को आकर्षित करने का एक प्रयास है जो स्थायी निवेश पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

कार्बन उत्सर्जन में कटौती के अपने प्रयासों जिक्र करते हुए इंडिगो ने कहा कि वह विमान में स्थायी विमानन ईंधन (sustainable aviation fuel) का उपयोग करने की क्षमता तलाश रहा है. इसके साथ ही इंडिगो ने एक अंतरराष्ट्रीय स्थायी विमानन ईंधन प्रदाता के साथ एक मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर भी किए हैं.

जैव विविधता की सुरक्षा पर जोर

इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कहा की एनवायरमेंट, सोशल और गवर्नेंस (ईएसजी) के क्षेत्र में यह पहली रिपोर्ट है. यह रिपोर्ट पृथ्वी की जैव विविधता की रक्षा और पोषण को बेहतर बनाने का एक प्रयास है.

इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कहा की एनवायरमेंट, सोशल और गवर्नेंस (ईएसजी) के क्षेत्र में यह पहली रिपोर्ट है. जो पृथ्वी की जैव विविधता को सुरक्षित एवं पोषित बनाए रखने के लिए एयरलाइन द्वारा किए जा रहे कई कोशिकाओं के अनुरूप है.

दिन-प्रतिदिन के संचालन के साथ स्थिरता को एकीकृत किया जा रहा है. इसके साथ ही आईएटीए की अपनी सदस्यता के जरिये हम इस महत्वपूर्ण प्रयास में दुनियाभर की एयरलाइनों की प्रमुख रैंक में अपनी खास जगह बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

स्थायी विमानन ईंधन एक महत्वपूर्ण घटक

एयरलाइन ने कहा कि वह कार्बन की उपस्थिति को कम करने के प्रयास में अपने बेड़े को मजबूत करने पर जोर दे रही है. कंपनी अपने पुराने एयरबेस ए-320 सीईओ विमानों को हटाकर ए-320 नियो विमानों पर ध्यान दे रही है.

इसके अलावा विमान यात्रा में वजन घटाने के उपायों, अनुकूल विमान यात्रा, विमानन परिचालन में सुधार पर भी कंपनी जोर दे रही है.

एयरलाइन ने अपने एक बयान में कहा कि उपर्युक्त सभी उपायों को एक साथ अमल में लाना स्थायी विमानन ईंधन के अनुकूल नहीं हो सकता है. हम यह भी समझते हैं कि स्थायी विमानन ईंधन का बहुत ज्यादा उत्पादन नहीं हो रहा है.

एयरलाइन उद्देश्य 2015-16 के मुकाबले 2022-23 में अपना कार्बन डाई ऑक्साइड (सीओ2) उत्सर्जन प्रति उपलब्ध सीट किलोमीटर (एएसके) 18 प्रतिशत तक घटाना है.

कंपनी ने बताया उसने साल 2014-15 और 2020-21 के बीच 4.67 लाख टन विमानन ईंधन की बचत की है.Indigo Airline: कई एयरलाइंस दुनिया के सबसे बड़े कार्बन उत्सर्जक हैं. अपने पर्यावरणीय प्रभाव में सुधार के लिए मजबूत कदम उठाना शुरू कर दिया है.

Published - August 1, 2021, 01:24 IST