देश में कोविड-19 की दूसरी लहर एक बड़ी आपदा बनकर टूटी है. कोरोना वायरस से बड़ी तादाद में लोग संक्रमित हो रहे हैं और लोगों के अंदर भय और बेचैनी पैदा हो रही है. आर्थिक गतिविधियों पर भी फिर से खतरा मंडराने लगा है. इसका असर नौकरियों पर भी पड़ने की आशंका है. ऐसे में लोग अपना कामकाज शुरू करने की ओर एक बार फिर से सोचने लगे हैं. पिछले साल भी ऐसा हुआ था.
उस वक्त कोविड फैलना शुरू होने और लॉकडाउन के चलते लोगों को नौकरियां गंवानी पड़ीं और इससे युवाओं-महिलाओं ने अपने कारोबार खोलने पर जोर दिया. कई महिलाओं ने इस दौरान कैटरिंग, सिलाई-कढ़ाई, ऑनलाइन क्लासेज लेने, समेत दूसरे कारोबार अपने स्तर पर शुरू किए हैं.
लोगों को उनके आंत्रप्रेन्योरशिप के प्रयासों में सरकार और बैंक भी मदद दे रहे हैं. खासतौर पर महिलाओं को अपने कारोबार लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. यहां हम बैंकों और सरकार की महिलाओं के लिए चलाई जा रही ऐसी ही कुछ खास स्कीमों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
खुद का बिजनेस खड़ा करने में देश के प्रमुख सरकारी बैंक PNB (Punjab National Bank) ने भी खास योजना चलाई है. जिसका नाम महिला उद्यम निधि स्कीम है. इसमें महिलाओं को व्यापार स्थापित करने के लिए आर्थिक मदद दी जाती है. तो क्या है ये योजना और कैसे कराएं इसमें रजिस्ट्रेशन जानिए पूरी प्रक्रिया.
क्या है पीएनबी महिला उद्यम निधि स्कीम
जो महिलाएं अपना बिजनेस सेटअप (Business Setup) लगाना चाहती है, लेकिन पैसों की कमी है तो पीएनबी ऐसी महिलाओं को योजना के तहत लोन की सुविधा देती है. साथ ही नई तकनीक, व्यापार को बढ़ाने आदि के हुनर को सीखने में भी बैंक मदद करती है. योजना के तहत दिए जाने वाले फंड का उपयोग मध्यम और छोटे व्यवसाय (MSME) द्वारा सर्विस, मैन्चुफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन से जुड़ी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है.
पीएनबी ने एक ट्वीट करके इस स्कीम की जानकारी दी है.
अपने कारोबार को नयी तकनीक की मदद से आगे बढ़ाएं।
जब पास है महिला उद्यम निधि योजना तो कहीं और क्यों जाएं।
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें: https://t.co/Ypu775ka0V pic.twitter.com/RhVyghTAvU
— Punjab National Bank (@pnbindia) April 25, 2021
अन्नपूर्णा स्कीम
इस स्कीम के तहत फूड कैटरिंग का कारोबार करने वाली महिलाओं को केंद्र सरकार 50,000 रुपये का कर्ज दे रही है. इस रकम का इस्तेमाल महिलाएं बर्तन, कटलरी, गैस कनेक्शन, फ्रिज, मिक्सर कम ग्राइंडर, बर्तन रखने का स्टैंड, टिफिन बॉक्स, मेज, वाटर फिल्टर आदि की खरीदारी में कर सकती हैं. लोन लेने के लिए एक गारंटर की जरूरत होती है. साथ ही बिजनेस की जो भी संपत्ति है, वह बैंक के साथ गारंटी के तौर पर रखनी पड़ती है. लोन मिलने के बाद 36 मासिक किस्तों में (यानी कि तीन साल के भीतर) इसे चुकाना होता है. हालांकि, लोन लेने के पहले महीने में किस्त नहीं देनी पड़ती है.