अगर आप भी खेलते हैं ऑनलाइन कैसीनो, तो जान लीजिये इससे जुड़े टैक्स के नियम

पिछले दो सालों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले भारतीयों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. क्योंकि यहां पर भी बिजनेस द्वारा रेवेन्यू जनरेट होता है.

Dream 11 Team:

Pic Courtesy: Pixabay, ड्रीम इलेवन के खिलाफ ये शिकायत दर्ज करवाई बेंगलुरु में रहने वाले एक कैब ड्राइवर मंजूनाथ ने. मंजूनाथ ने कहा कि बहुत से खिलाड़ियों को ज्यादा पैसे मिलने की उम्मीद में इस एप पर खेलते और फिर हारते हुए देखने के बाद वह ये शिकायत दर्ज करवाने पर मजबूर हुए.

Pic Courtesy: Pixabay, ड्रीम इलेवन के खिलाफ ये शिकायत दर्ज करवाई बेंगलुरु में रहने वाले एक कैब ड्राइवर मंजूनाथ ने. मंजूनाथ ने कहा कि बहुत से खिलाड़ियों को ज्यादा पैसे मिलने की उम्मीद में इस एप पर खेलते और फिर हारते हुए देखने के बाद वह ये शिकायत दर्ज करवाने पर मजबूर हुए.

कोविड -19 महामारी ने हमें घर के अंदर रहने के लिए मजबूर किया है, इसलिए पिछले एक-दो सालों में ऑनलाइन कैसीनो गेमिंग करने वाले लोगों की संख्या में भारी तेजी देखने को मिली है. इसी के साथ ही हाई टेक्नोलॉजी और सब कुछ डिजिटल फॉर्म में होने के कारण अब ऑनलाइन कैसीनो गेमिंग बहुत ही आसानी से एक्सेस की जा सकती है. मौजूदा समय में आपको ऑनलाइन कैसीनो खेलने के लिए बस कुछ पैसे और एक अच्छे इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है.

आकड़ों के मुताबिक, पिछले दो सालों में ऑनलाइन सट्टेबाजी करने वाले भारतीयों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. क्योंकि यहां पर भी बिजनेस द्वारा रेवेन्यू जनरेट होता है. इसलिए सरकार ने अपने लाभ के लिए टैक्स का उपयोग करने का निर्णय लिया है. जिसके कारण अब भारत में ऑनलाइन गेमिंग में जीत पर पूरी तरह से टैक्स लगाया जाता है.

टैक्सेशन आस्पेक्ट

अब भारत में आपकी ऑनलाइन गेमिंग जीत को सालाना टैक्स रिटर्न में “अदर सोर्स ऑफ इनकम” के रूप में शामिल किया जाता है. ऑनलाइन कैसीनो और खेल सट्टेबाजी की जीत इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 115BB के द्वारा कवर की जाती है. भारत में सभी जीत 30 प्रतिशत फ्लैट टैक्स के अधीन आती हैं. ध्यान रखने योग्य सबसे महत्वपूर्ण नियम यह है कि जीत की सूचना आपके टैक्स रिटर्न (ITR) पर दी जानी चाहिए.

क्योंकि ऑनलाइन विनिंग टैक्सेशन के अधीन हैं. इसीलिए लेनदेन की संख्या के आधार पर भुगतान करना आवश्यक नहीं है. उदाहरण के लिए, रमेश ऑनलाइन कैसीनो खेलते हैं और उन्होंने कुल 1 करोड़ रुपये का लेन-देन किया है. इस लेन देन के साथ उन्हें एक लाख रुपये का लाभ हुआ है, तो रमेश को कमाए हुए एक लाख रुपये पर टैक्स भरना होगा न कि पूरे ट्रांसक्शन कॉस्ट पर.

आपको बता दें 10,000 रुपये से अधिक की ऑनलाइन जीत पर 30 प्रतिशत फ्लैट टैक्स लगता है. इसमें 4 प्रतिशत स्वास्थ्य और शिक्षा भी शामिल है. 50 लाख रुपये से अधिक की जीत या गेमिंग कमाई पर 10 प्रतिशत सरचार्ज लगता है, जिसको स्टैण्डर्ड टैक्स रेट में जोड़ा जाता है. जिससे यह कुल 33 प्रतिशत हो जाता है और 1 करोड़ रुपये से अधिक की गेमिंग इनकम सामान्य टैक्स रेट पर 15 प्रतिशत सरचार्ज के अधीन आती है, इसे बढ़ाकर 34.5 प्रतिशत कर दिया गया है.

इसके अलावा, इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत यह इनकम कटौती के लिए पात्र नहीं होगी. इस तरह के लाभ की पूरी राशि पर पूर्ण रूप से टैक्स लगाया जाएगा. ऑनलाइन जुए के मामले में, एकत्र की गई पुरस्कार राशि के लिए खर्च के लिए कोई कटौती की अनुमति नहीं है.

ऑनलाइन कैसीनो गेम खेलते समय आपको कितना भी मज़ा क्यों न आए, हमेशा सट्टेबाजी की सीमा निर्धारित करनी चाहिए और लालच के बहकावे में नहीं आना चाहिए.

Published - September 30, 2021, 11:27 IST