Housing Property: वित्तीय वर्ष 2021 की पहली छमाई में घर (Housing Property) की बिक्री में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिली है. साल दर साल मांग के मुताबिक घर की बिक्री में 67% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सभी बाजारों में साल 2021 की पहली छमाई में कुल 99,416 रिहायशी प्रॉपर्टी की बिक्री हुई है.
जबकि इसी दौरान (जनवरी से जून 2021) 1,03,238 यूनिट्स लॉन्च हुईं हैं.
2021 की पहली छमाई में रिहायशी प्रॉपर्टी का बाजार न सिर्फ सुधरा है बल्कि स्थिर हुआ है. दूसरी तरफ न बिकने वाली यूनिट्स की संख्या में साल दर साल के आधार पर 1% की गिरावट दर्ज की गई है.
कीमतों की बात करें तो यहां भी -1 से -2% की गिरावट आई है. कोरोना की दूसरी लहर का असर जहां कई बाजारों पर काफी पड़ा है, वहीं रिहायशी घरों के बाजार में ये गिरावट दर्ज हुई है.
वित्तीय वर्ष 2021 की पहली छमाई में घर की बिक्री में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिली है. साल दर साल मांग के मुताबिक घर की बिक्री में 67% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
इस साल की पहली छमाई में मुख्य दो बाजार मुंबई और पुणे में जबरदस्त बिक्री देखने को मिली है. कुल बिकने वाली यूनिट्स में 45% हिस्सेदारी इन दो बाजारों की है.
इन दोनों बाजारों में रिहायशी प्रॉपर्टी की बिक्री में इजाफे का मुख्य कारण कुछ समय के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्टांप ड्यूटी कम करना भी है.
ऐसे ही, 2021 की पहली छमाई में एनसीआर और हैदराबाद में रिहायशी प्रॉपर्टी की बिक्री में क्रमश: 111% और 150% की जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली है.
घरों की बिक्री में इजाफे से बाजार में रिकवरी का दौर देखने को मिल रहा है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने इस रफ्तार को थाम दिया था, जिसका कहर मार्च के आखिर से शुरू हुआ था.
मजेदार बात है, कोरोना की दूसरी लहर उसी महीने में आई जैसे बीते साल पहली आई थी. पहले भी रिहायशी प्रॉपर्टी की बिक्री में ठहराव देखने को मिला था.
अच्छी बात है कि सदियों में आने वाली ऐसी महामारी के कारण दूसरी लहर में रिहायशी प्रॉपर्टी बाजार पर ज्यादा गंभीर असर नहीं देखने को मिला है.
बस मार्च 2021 में दूसरी लहर के दौर में रिहायशी प्रॉपर्टी की बिक्री में ठहराव आया है, जो धीरे-धीरे वक्त से साथ सुधर रही है. 2020 और 2021 दोनों में लहर का दौर एक समय के दौरान आया, इससे बिक्री में कम तो आई लेकिन ज्यादा गंभीर असर देखने को नहीं मिला है.
2021 की पहली छमाई में, नए लॉन्च की संख्या में साल दर साल के हिसाब से मुंबई और पुणे में 71% का इजाफा देखने को मिला है. बढ़ी हुई मांग के साथ देशभर के हर बाजार में डेवलपर्स के लॉन्च में खासा इजाफा दर्ज हुआ है.
2021 की पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में सभी लॉन्च में 1/4 ज्यादा दर्ज हुए है. हालांकि, बीते साल की महामारी से प्रभावित तिमाही की तुलना में, Q2 2021 में 388% (Y-o-Y) की वृद्धि हुई है.
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शिशिर बैजल के मुताबिक “आर्थिक गतिविधियों की सिलसिलेवार बहाली और बढ़ते वैक्सीनेशन के कारण 2020 की दूसरी छमाही में बाजार में तेजी ला दी थी, और यही गति 2021 की पहली तिमाही तक देखने को मिली.
दूसरी लहर ने बिक्री की रफ्तार को धीमा तो किया लेकिन इसे सिर्फ एक स्पीड ब्रेकर की तरह देखा जाना चाहिए. क्योंकि इस साल जनवरी से जून 2021 के पीरियड में बिक्री में खासा इजाफा देखने को मिला है. ”
अंत में, बीते साल की तुलना में न बिकने वाले इनवेंट्री की संख्या में कमी दर्ज की गई है, ये सभी बाजारों में बिक्री की जबरदस्त मांग की तरफ इशारा करता है.
महामारी के दूसरे दौर के बावजूद देश के आठ बड़े बाजारों में ग्राहकों की मांग जबरदस्त है. भविष्य में, अनलॉक तेजी से खत्म होने पर मांग बढ़ने की उम्मीद है और ग्राहकों की मांग पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है.
पोद्दार हाउसिंग और डेवलपमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर, रोहित पोद्दार ने नाइट रिपोर्ट पर अपनी राय रखते हुए कहा कि “देश में तेजी से होती वैक्सीनेशन और व्यापार और लॉकडाउन को लेकर कम होते नियमों क लेकर दूसरी लहर का असर रियल स्टेट पर कम देखने को मिला है.
अचल संपत्ति के हिसाब से देखें तो, रेपो रेट, स्टाम्प शुल्क, रेडी रेकनर रेट में कमी के चलते 2020 की दूसरी छमाई और 2021 की तिमाही में बिक्री की गति को मजबूती दी है.
इसके अलावा, स्टांप शुल्क में कमी के बाद, डेवलपर्स के आकर्षक प्रस्तावों ने बिक्री में रफ्तार बनाए रखने में कामयाबी हासिल की है. इसी का नतीजा है कि रियल स्टेट बिजनेस में 2021 की पहली छमाई के दौरान जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली है.”