रात के कर्फ्यू से मुश्किल में हैं गुजरात के रेस्टोरेंट्स, PM को चिट्ठी लिखकर ये डिमांड की

hotel and restaurant industry: कोरोना महामारी और रात के कर्फ्यू के कारण होटल और रेस्टोरेंट कारोबार को भारी नुकसान पहुंच रहा है.

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कोरोना महामारी और रात के कर्फ्यू के कारण होटल और रेस्टोरेंट कारोबार (Hotel and Restaurant Industry) को भारी नुकसान पहुंच रहा है. इस नुकसान को कम करने के लिए गुजरात होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने रात को 12 बजे तक होटल और रेस्तरां (Hotel and Restaurant Industry) को होम डिलीवरी की अनुमति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इस लेटर में होटल मालिकों ने लिखा है की होटल-रेस्टोरेंट बिजनेस लगभग 12 लाख लोगों को रोजगार देता है. इसके अलावा, इस कारोबार से सरकार को भी बड़ी मात्रा में सर्विस टैक्स के रूप में राजस्व भी मिलता है.

गुजरात में 35,000 से अधिक फूड एंड हॉस्पिटैलिटी इकाइयां हैं, जिनमें होटल, रेस्टोरेंट, छोटे फूड स्टॉल और कैफे शामिल हैं. ये सभी जीएसटी के रूप में सरकारी खजाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. फूड इंडस्ट्री कुशल और अकुशल सहित करीब 10 से 12 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है. इस उद्योग में 50 हजार से अधिक आपूर्तिकर्ता और विक्रेता शामिल हैं. पिछले एक साल में इन उद्योगों पर कोरोना की वजह से कड़ी मार पड़ी है.

होम डिलीवरी के लिए आई कार्ड का सुझाव:

गुजरात में होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेन्द्र सोमानी ने बताया कि गुजरात में दूसरे राज्यों के हजारों लोग रहते हैं. जो कि टेकअवे फूड पर निर्भर हैं. सोमानी ने होम डिलीवरी के लिए कर्मचारियों को वैध पहचान पत्र देने की गुजारिश भी सरकार से की है.

Published - April 16, 2021, 08:02 IST