बिहार में दुनिया की सबसे महंगी सब्जी उगाई जा रही है. इसकी कीमत 1 लाख रुपये प्रतिकिलो तक है. इस सब्जी में कैंसर सेल्स को मारने सहित कई गुण हैं. ये सब्जी अपने इन्हीं फायदों की वजह से इतनी महंगी बिक रही है. हालांकि इस सब्जी का उत्पादन अभी परीक्षण के तौर पर हो रहा है. इसका उत्पादन बिहार के औरंगाबाद जिले में किया जा रहा है. इस सब्जी का नाम है हॉप-शूट्स (Hop-Shoots). हॉप-शूट्स की खोज 11वीं शताब्दी में की गई थी और तब इसका (Hop-Shoots) उपयोग बीयर में फ्लेवरिंग एजेंट के तौर पर किया जाता था. इसके बाद इसका उपयोग हर्बल मेडिसिन और धीरे-धीरे सब्जी के रूप में होने लगा. शूट्स में एक एसिड पाया जाता है, जिसका नाम ह्यूमोलोन्स (Humulones) और ल्यूपोलोन्स (Lupulones) है.
स्पेशल ऑर्डर पर ही खरीद सकते हैं सब्जी बिहार के औरंगाबाद जिले के नवीनगर ब्लॉक के तहत आने वाले करमडीह गांव के 38 वर्षीय किसान अमरेश सिंह भारत के पहले ऐसे किसान हैं, जो हॉप-शूट्स की खेती कर रहे हैं. छह साल पहले उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक किलोग्राम हॉप-शूट्स को 1000 पौंड में बेचा था, जो भारतीय रुपये में लगभग एक लाख रुपये बनता है. यह सब्जी भारतीय बाजार में बहुत मुश्किल से मिलती है और इसे केवल स्पेशल ऑर्डर पर ही खरीदा जा सकता है.
किसान 10 गुना अधिक कर सकते हैं कमाई अमरेश के मुताबिक इसकी 60 प्रतिशत से अधिक खेती सफलतापूर्वक हुई है. वे कहते हैं कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हॉपशूट्स की खेती को बढ़ावा देने के लिए खास व्यवस्था करते हैं तो इससे किसानों को कुछ वर्षों में अन्य चीजों की खेती की तुलना में 10 गुना अधिक कमाई होगी. वर्तमान में हॉप-शूट्स की खेती वाराणसी स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के कृषि वैज्ञानिक डा. लाल की देखरेख में की जा रही है. अमरेश ने बताया कि उन्होंने दो महीने पहले ही वाराणसी स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान से इस सब्जी के बीज लाकर अपने खेत में लगाए हैं.
एंटीबायोटिक्स दवाईयों में होता है इस्तेमाल हॉप-शूट्स के फल, फुल और तने सभी का उपयोग पेय पदार्थ बनाने, बीयर बनाने और एंटीबायोटिक्स जैसी दवाईयों को बनाने में किया जाता है. इस सब्जी के तने से बनने वाली दवाई का उपयोग टीबी के उपचार में भी किया जाता है.
यूरोपियन देशों में है फेमस एक हर्ब के रूप में हॉप-शूट्स का उपयोग यूरोपियन देशों में बहुत फेमस है. यहां इसका उपयोग त्वचा को चमकदार और युवा बनाए रखने के लिए किया जाता है. इस सब्जी में एंटीऑक्सीडेंट प्रचूर मात्रा में पाया जाता है. हॉप-शूट्स से बनी दवाई पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और डिप्रेशन एवं एनजाइटी में आराम पहुंचाती है.
यूरोपियन देशों में होती है खेती हॉप-शूट्स की खेती ब्रिटेन, जर्मनी और अन्य यूरोपियन देशों में बड़े स्तर पर की जाती है। भारत में, इसकी खेती सबसे पहले हिमाचल प्रदेश में शुरू की गई लेकिन इसकी बहुत अधिक कीमत की वजह से बाजार उपलब्ध न होने के कारण इसे बंद कर दिया गया.
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