घर खरीदने के लिए होम लोन एक बेहतर विकल्प है. इसमें लोग अपनी सुविधा के अनुसार लोन लेते हैं. तमाम बैंक व वित्तीय संस्थान अलग-अलग ब्याज दर पर होम लोन उपलब्ध कराते हैं. होम लोन का भुगतान EMI के ज़रिए किया जाता है. अगर आप भी होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो तमाम बैंक व वित्तीय संस्थान सस्ते दरों पर लोन उपलब्ध करा रहे हैं.
आपके होम लोन की ब्याज दर तय करते समय ऋणदाता कई चीजों पर विचार करते हैं जैसे- आपका क्रेडिट स्कोर, लोन की राशि, LTV रेशियो, नौकरी और ब्याज दर की किस्म. अगर लोन लेने वाला का क्रेडिट स्कोर अच्छा हो तो लोन आसानी से मिल जाता है. लोन लेते समय ऐसा ऋणदाता का चुनाव करें जो दूसरे संस्थानों के मुकाबले सबसे कम ब्याज दर भी लोन ले रहा हो. क्योंकि होम लोन एक लॉन्ग टर्म वित्तीय कमिटमेंट है, इसलिए होम लोन पर ब्याज दर में थोड़ी सी भी गिरावट लोन की कुल लागत को कम कर सकती है. इससे आपके पैसे बचेंगे.
Source: Paisabazaar
टैक्स छूट में मिलेगा लाभ
होम लोन से आपको टैक्स छूट का भी लाभ मिल सकता है. अगर आपके पास हाउस लोन है, तो आप अपनी कर योग्य आय से ब्याज और मूलधन भुगतान घटा सकते हैं. आयकर अधिनियम (ITA) की धारा 24 के तहत, खुद रहने या किराये की संपत्तियों के मालिक अपने होम लोन से 2 लाख रुपए तक के ब्याज पर टैक्स छूट पा सकते हैं.