CNG, PNG Prices: सरकार ने घरेलू क्षेत्रों में उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमत 62% बढ़ाकर 2.9 डॉलर प्रति यूनिट कर दी. CNG और PNG की कीमतों में बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं को नुकसान होगा. हालांकि, यह रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, केयर्न इंडिया और राज्य द्वारा संचालित ओएनजीसी जैसे उत्पादकों के लिए राजस्व को बढ़ावा देगा.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, नई गैस की कीमत शुक्रवार से प्रभावी होगी, और दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में CNG और PNG की कीमतों में शनिवार या रविवार को 10-11% की वृद्धि होने की उम्मीद है. गैस की उच्च कीमतें उपयोगकर्ता उद्योगों पर ऐसे समय में अधिक दबाव डालेंगी जब अर्थव्यवस्था अभी भी घातक कोविड -19 की दूसरी लहर से जूझ रही है.
रेटिंग एजेंसी ICRA के प्रशांत वशिष्ठ के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रिकॉर्ड बढोतरी हुई हैं, इसलिए, बदलाव के बाद भी CNG अपना फायदा बरकरार रखेगी. तेल मंत्रालय के मार्केट ट्रैकर, पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल ने 2014 के अनुसार, RIL के KG-D6 ब्लॉक जैसे कठिन क्षेत्रों से उत्पादित गैस के लिए सीलिंग मूल्य को 69 प्रतिशत बढ़ाकर 6.13 डॉलर प्रति यूनिट कर दिया.
ICRA के सब्यसाची मजूमदार के अनुसार, गैस की कीमतों में वृद्धि से उत्पादकों को केवल सीमित राहत मिलेगी क्योंकि उच्च कीमत अभी भी उत्पादन की लागत को पूर्ण रूप से कवर करने के लिए अपर्याप्त है. वैश्विक केंद्रों पर बेंचमार्क दर बढने के कारण अप्रैल 2019 के बाद पहली बार गैस की कीमतें बढ़ी हैं. पिछले दो वर्षों के दौरान, कीमतों में गिरावट आई थी.
वशिष्ठ के अनुसार, सिटी गैस नेटवर्क के ऑपरेटर CNG की कीमतों में 4.5-4.7 रुपये प्रति किलो और PNG की कीमतों में 2.5-2.7 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी कर सकते हैं, बशर्ते कि ऑपरेटरों का पूर्ण मार्जिन बना रहे.