Helpline Number: हरिद्वार कुंभ मेला पुलिस ने मंगलवार को कुंभ हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number) 1902 की शुरूआत की जिसके माध्यम से देश-प्रदेश के लोग कुंभ मेला व्यवस्थाओं से सम्बंधित जानकारियां एक ही जगह प्राप्त कर सकेंगे. कुंभ मेला पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने संवाददाताओं को बताया कि इस हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से श्रद्धालुओं को रुट प्लान, डाइवर्जन, पार्किंग, निकटवर्ती घाटों, पंजीकरण प्रक्रिया, कोविड-19 दिशानिर्देश, स्वास्थ्य सुविधाओं एवं हरिद्वार के संबंध में अन्य आवश्यक जानकारी एक ही जगह मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि इस हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number) पर पुलिसबल के दो उपनिरीक्षक और 12 हेड कॉन्स्टेबल तैनात रहेंगे और श्रद्धालुओं को 24 घण्टे कुंभ से संबंधित आवश्यक जानकारियां देंगे.
प्रदेश में लगातार आ रहे कोरोना के मामले
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से चार और रोगियों की मौत होने के साथ ही राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 8764 हो गई. वहीं कोविड-19 के 638 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 6,08,709 हो गयी. मंगलवार को जारी सरकारी बुलेटिन के मुताबिक प्रदेश में चार मौतें हुई. इनमें से आगरा, मथुरा, फर्रुखाबाद और उन्नाव में एक-एक मरीज की मौत हुई है. कोविड-19 के 638 नये मामलों में से सर्वाधिक 232 नये मामले राजधानी लखनऊ में सामने आये हैं.
लोगों की मदद के लिए चैटबोट शुरू
सरकार का कोरोना वायरस संबंधित सूचना के साथ लोगों की मदद के लिये व्हाट्सऐप पर शुरू किये गये आधिकारिक ‘चैटबोट’ का उपयोग करने वालों की संख्या तीन करोड़ को पार कर गयी है. एक सरकारी अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
चैटबोट एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसके जरिये संदेश देकर अथवा ‘वॉयस कमांड’ के जरिये सवाल पूछे जा सकते हैं और जानकारी ली जा सकती है. यह कृत्रिम मेधा पर आधारित होता है जिसका उपयोग मैसेजिंग ऐप के जरिये किया जा सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय और माई गॉव द्वारा शुरू आधिकारिक व्हाट्सऐप चैटबोट व्हाट्सऐप उपयोग करने वालों के लिये मुफ्त में उपलब्ध है. इसका विकास कृत्रिम मेधा पर केंद्रित स्टार्टअप हैपतिक ने किया है.
माई गॉव और डिजिटल इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अभिषेक सिंह ने डिजिटल तरीके से आयोजित सम्मेलन में कहा कि उन्होंने चैटबोट के लिये हैपतिक को 13 मार्च को कॉल किया था और उसके 5-6 दिन बाद स्वास्थ्य मंत्रालय से मंजूरी के बाद इसे शुरू किया गया.
उन्होंने कहा कि एक साल में माई गॉव कोरोना हेल्पडेस्क टीकाकरण के बारे में जानकारी देने वाली महत्वपूर्ण प्रणाली बन गयी है और यह को-विन के बारे में भी सूचना दे रहा है.
सिंह ने कहा कि हमने जो कठित मेहनत की, उसी का परिणाम है कि एक साल में ही ही इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या 3.15 करोड़ पहुंच गयी है.