Gujarat CM Resign: 5 साल और 36 दिन से गुजरात के मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. गुजरात में 15 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने से पहले मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने की यह बडी खबर सामने आते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई हैं. शनिवार को वह राज्यपाल से मिलने पहुंचे और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. 64 वर्ष के रूपाणी जैन बनिया परिवार से हैं और उन्होंने इस्तीफा देने के लिए संवत्सरी के दूसरे दिन को चुना है.
ऐसी भी अटकलें हैं कि गुजरात में विधानसभा चुनाव जल्द ही होंगे. गुजरात सरकार का कार्यकाल नवंबर 2022 में समाप्त हो रहा है. लेकिन चर्चा है कि बीजेपी फरवरी 2022 में उत्तर प्रदेश के साथ गुजरात में भी चुनाव कराने की तैयारी कर रही है. भाजपा ने स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा की जीत के बाद कोरोना की दूसरी लहर के दौरान उठे संकट के बाद लोगों का मिजाज जानने के लिए निजी सर्वेक्षण किया था. मौजूदा राजनीतिक हालात में जल्द चुनाव कराने के लिए रणनीतिक गणना भी की गई हैं.
आज भाजपा के क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के नेता भी रूपाणी के साथ कमलम पहुंचे और भाजपा कार्यालय में बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया. अहमदाबाद के वैष्णोदेवी सर्कल में सरदार भवन के उद्घाटन के बाद रूपाणी सीधे राजभवन पहुंच गए हैं. रूपाणी ने वहां से मीडिया को जानकारी देते हुए अपने इस्तीफे की घोषणा की है. इस बीच, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि 24 घंटे में तस्वीर साफ हो जाएगी.
बता दें कि रूपाणी ने विधानसभा चुनाव से 15 महीने पहले यह बड़ा फैसला लिया है. राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद विजय रूपाणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूपाणी कुछ देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
इस्तीफे के बाद रूपाणी ने मीडिया से बातचीत की और कहा, “मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष के मार्गदर्शन में पार्टी संगठन में काम करने की अपनी इच्छा के बारे में शीर्ष नेतृत्व को बता दिया है. भाजपा प्रेक्षक यहां (गांधीनगर) आए थे और पार्टी जल्द ही नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला करेगी.”
रूपाणी ने सात अगस्त 2016 को पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसके बाद 2017 में राज्य में विधानसभा चुनाव हुए थे. इसमें भाजपा ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी. भाजपा ने गुजरात में 182 सीटों में से 99 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था. विधानमंडल दल की बैठक में रूपाणी को विधायक दल का नेता और नितिन पटेल को उपनेता चुना गया था. रूपाणी ने 26 दिसंबर 2017 को दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.