देश में कोरोना वायरस के मामलों में कमी को देखते हुए डेढ़ साल में पहली बार भारत जल्दी ही विदेशी पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोल सकता है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी. कोविड 19 के कारण कारण दुनियाभर में व्यापार पर असर पड़ा है. हमारे देश में कोविड के कारण लगे देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कई क्षेत्रों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. होटल इंडस्ट्री, टूरिज्म और एविएशन इंडस्ट्री इससे खासी प्रभावित हुई है. हालांकि सरकार की ओर से एविएशन सेक्टर में नई जान डालने की कई कोशिश की जा रही है. इस कोशिश के तहत पहले पांच लाख विदेशी पर्यटकों को नि:शुल्क वीजा जारी किए जाएंगे.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी विदेशी पर्यटकों को देश में आने देने के लिए संभावित तारीख और तौर-तरीकों पर सभी स्टेकहोल्डर के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं. मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि विदेशी पर्यटकों को भारत आने की इजाजत देने के संबंध में एक औपचारिक घोषणा आने वाले दस दिनों के भीतर की जा सकती है. उनका कहना है कि यह फैसला देश में कोरोना के घटते मामलों को देखकर लिया जा रहा है.
रविवार को देश में कोरोना वायरस के 30,773 नए मामले सामने आए, जबकि इलाज करा रहे कोराना पेशेंट 3.32 लाख से कम हो गए हैं. वहीं देशभर में 80 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. देश में पीएम मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर को देश में वैक्सीनेशन का नया रिकॉर्ड बना. इस दिन देश में दो करोड़ लोगों को एक दिन में कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है.
देश में पर्यटन को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र को आर्थिक मदद देने के उद्देश्य से सरकार ने पर्यटकों को 31 मार्च 2022 तक नि:शुल्क वीजा अथवा पांच लाख नि:शुल्क वीजा (दोनों में से जो पहले पूरा हो) जारी किया जायेगा. देश में ई-पर्यटक वीजा मार्च 2020 से जारी नहीं किया जा रहा है. कोरोना को देखते हुए सरकार ही ओर से इस पर रोक लगा दी गई थी.
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