Go First को एक महीने में देना होगा रिवाइवल प्‍लान

कर्ज के संकट में फंसी एयरलाइन की 28 मई तक बंद रहेंगी उड़ानें

Go First  को एक महीने में देना होगा रिवाइवल प्‍लान

नागर विमानन नियामक DGCA ने संकटग्रस्‍त एयरलाइन Go First से 30 दिन के भीतर एक व्‍यापक रिवाइवल प्‍लान जमा करने को कहा है. इस बीच एयरलाइन ने अपनी सभी उड़ानें 28 मई तक बंद करने का ऐलान किया है. पहले एयरलाइन ने 26 मई तक उड़ानें बंद करने की घोषणा की थी, जिसे बढ़ाकर 28 मई तक कर दिया गया है.

Go First ने इसके पहले मिले कारण बताओ नोटिस का जो जवाब दिया है उससे DGCA संतुष्‍ट नहीं है. डीजीसीए ने Go First से पूरा ब्‍योरा मांगा है कि उसके पास कितने विमान, कितने पायलट हैं और कितने अन्‍य कर्मियों की जरूरत है. नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्‍यूनल यानी NCLT ने 10 मई को गोफर्स्‍ट के voluntary insolvency आवेदन को स्‍वीकार कर लिया था.

इसके बाद 22 मई को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्‍यूनल यानी NCLAT ने भी इस निर्णय को बरकरार रखा था. एयरलाइन को लीज पर विमान देने वाली कंपनियों ने इनसॉल्‍वेंसी का विरोध करते हुए इसके ख‍िलाफ याचिका दायर की थी.

गोफर्स्‍ट ने दो मई को involuntary insolvency के आवेदन करने के बाद शुरुआत में उड़ानें दो दिन तक बंद रखने का ऐलान किया था, जिसे लगातार बढ़ाया जा रहा है. कंपनी ने कहा कि जिन यात्रियों की उड़ानें कैंसिल हुई हैं उनके टिकट का पैसा पूरा रिफंड किया जाएगा. बंद होने से पहले हर दिन एयरलाइन की करीब 200 उड़ानें संचालित हो रही थीं. कंपनी दिल्‍ली गोवा, पोर्टब्‍लेयर, श्रीनगर, लेह, पटना सहित 31 घरेलू रूट्स पर विमानों का संचालन करती थी.

इसके अलावा कई अंतरराष्‍ट्रीय रूट्स पर भी होता था विमानों का संचालन. साल 2012 में अमेरिकी कंपनी Pratt and Whitney के साथ 1 अरब डॉलर में 144 इंजन खरीदने का सौदा किया था. कथ‍ित रूप से इंजन में समस्‍या की वजह से इनमें से करीब 50 फीसद विमान ग्राउंडेड हो चुके थे. इंजन कंपनी, लीज पर विमान देने वाली कंपनियों और बैंकों सहित गो फर्स्‍ट की कुल 11463 करोड़ रुपए की देनदारी है.

Published - May 26, 2023, 04:13 IST