कई इन्वेस्टर्स को लुभा रही है भारत की पहली इंटरनेशनल फाइनेंस सिटी

भारत के प्रथम फाइनेंस सर्विसिस सेंटर में 16 बैंकों ने $51B का लेनदेन किया, वहां स्टोक एक्स्चेंज पर औसत दैनिक वॉल्यूम $17B को पार होता है.

gift city, Ahmedabad, India

लंदन, न्यूयॉर्क, सिंगापुर, हांगकांग, दुबई जैसे फाइनेंस सेंटर्स की बराबरी करने के लिए तैयार हो रही है GIFT सिटी.

लंदन, न्यूयॉर्क, सिंगापुर, हांगकांग, दुबई जैसे फाइनेंस सेंटर्स की बराबरी करने के लिए तैयार हो रही है GIFT सिटी.

GIFT City: गुजरात की राजधानी गांधीनगर और व्यापारिक शहर अहमदाबाद के बीच नेशनल हाइवे 8 के पास और साबरमती नदी के तट पर 886 एकड़ जमीन पर बना हुआ GIFT सिटी प्रोजेक्ट कई मायनों में भारत का पहला प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट के नजदीक पहुंचते ही आपको ऊंची, चमकदार इमारतें दिखती हैं. ये गगनचुंबी इमारतें गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक (GIFT) सिटी का हिस्सा हैं, जो देश का पहला बिजनेस डिस्ट्रिक्ट है जिसमें इंटरनेशनल फाइनेंस सर्विस सेंटर (IFSC) है और घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) है. IFSC में काम करने वाली 16 बैंकों ने मार्च 2021 तक $51 बिलियन का लेनदेन किया है, और स्थापित स्टॉक एक्सचेंज पर औसत दैनिक वॉल्यूम $17 बिलियन के पार हो चुका है.

GIFT सिटी के पीछे का विचारः
GIFT सिटी शुरु करने के पीछे का विचार इंटरनेशनल और डोमेस्टिक फाइनेंस सर्विसिस को एक छत के नीचे लाना था. मुख्य उद्देश्य वाणिज्यिक गतिविधियों के विकास का था. यह केवल रियल एस्टेट प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि सिंगापुर और लंदन जैसे वित्तीय सेवा केंद्रों से व्यापार पर कब्जा करने का भारत का प्रयास है. 6.2 करोड वर्ग फुट में बनाया गया GIFT सिटी प्रोजेक्ट का लक्ष्य 5 लाख प्रत्यक्ष रोजगार पैदा करना है.

मोदी का ड्रीम प्रोजेक्टः
2007 में नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने गिफ्ट सिटी द्वारा फाइनांस और आईटी सर्विस हब बनाने का सपना देखा था. उसके 4 साल बाद 2011 में भूमि आवंटन हुआ, 2012 में काम शुरू हुआ, 2015 में बिजनेस रेग्युलेशन बने, 2017 में एक अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज स्थापित हुआ और 2020 में एक IFSCA अध्यक्ष नियुक्त किया गया. इतने कम समय में 148 कंपनियां GIFT SEZ में और 225 डोमेस्टिक जोन में रजिस्टर्ड हो चुकी है, और 12,000 लोग यहां काम कर रहे हैं, ऐसा GIFT सिटी के वरिष्ठ अधिकारी बताते है.

रियल एस्टेटः
उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे और बेहतर कनेक्टिविटी विकल्पों के साथ, गिफ्ट सिटी से अहमदाबाद और गांधीनगर के रियल एस्टेट परिदृश्य में सुधार की उम्मीद है. पहले से ही गांधीनगर में गिफ्ट सिटी रोड पर हाउसिंग प्रोजेक्ट्स का निर्माण कर रहा काव्यारत्न ग्रुप अब गिफ्ट कैंपस के भीतर 5 लाख वर्ग फुट आवासीय स्थान विकसित करेगा.

GIFT IFSC में एक कमर्शियल टावर पहले ही विकसित कर चुके अहमदाबाद स्थित सेवी ग्रुप और एटीएस ग्रुप अब साथ मिलकर 2.2 लाख वर्ग फुट आवासीय स्थान विकसित करने वाले है. इनके अलावा BSE-लिस्टेड संभाव ग्रुप की कंपनी नीला स्पेसिस 5,128 वर्ग मीटर जमीन पर 5.4 लाख वर्ग फुट जगह का निर्माण करेगी.

ये तीनों कंपनियां 12.26 लाख वर्ग फुट आवासीय जगह को डेवलप करेंगे, इसके साथ ही छह डेवलपर्स द्वारा 33 लाख वर्ग फुट एरिया में आवासीय परियोजनाओं का निर्माण होगा, जिसमें 3,500 एपार्टमेंट बनाए जाएंगे. अभी GIFT सिटी में 330 आवासीय युनिट में लोग रहते है.

AIF, REIT, InVIT:
GIFT सिटी के IFSC में अगले कुछ महीनों में 30 से भी ज्यादा ओल्टरनेट इंवेस्टमेंट फंड्स (AIFs) प्रवेश करेंगे ऐसा वरिष्ठ अधिकारी मानते है. सरकार ने रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (REIT) और इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (InVIT) में विदेशी फंडों को कर-छूट भी दी है, जिसके कारण गिफ्ट सिटी को लंदन, न्यूयॉर्क, सिंगापुर, हांगकांग और दुबई जैसे वित्तीय केंद्रों के बराबर लाने में मदद मिलेगी.

Published - August 2, 2021, 06:58 IST