कोरोना महामारी ने देश के पर्यटन को भी काफी प्रभावित किया है. इस बीमारी ने हर किसी के कदम उनकी दहलीज के अंदर कर दिए हैं. ऐसे में, जब कोविड इंफेक्शन रेट ज्यादात्तर राज्यों में 2 फीसदी से भी कम है तो लोगों को पहाड़ों से लेकर समुद्र तक का सफर करने की चाह बढ़ने लगी है.कई तो यहां तक सोच रहे हैं कि तीसरी लहर आने से पहले घूमकर वापस आ जाते हैं. इसीलिए अलग अलग राज्यों ने कोरोना संकट को देखते हुए इन पर्यटकों (Tourist) के लिए नियम भी अलग लागू किए हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो यहां जाने से पहले अगर वैक्सीनेशन पूरा कर लेते हैं तो वह ज्यादा सेफ होगा. बहरहाल, आप घूमने जाने की सोच रहे हैं तो पहले यह जान लें कि किस राज्य ने क्या नियम बनाए हैं…
देवभूमि उत्तराखंड अध्यात्म और एडवेंचर दोनों ही तरह के पर्यटन के लिए मशहूर है लेकिन अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो आपको वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट अपने साथ रखना होगा. वैक्सीन की दोनों डोज लेने के 15 दिन बाद सर्टिफिकेट लेकर आप यहां जा सकते हैं. अगर आपके पास ये सर्टिफिकेट नहीं है तो चिंता की बात नहीं है. आप चाहें तो RTPCR नेगेटिव रिपोर्ट लेकर भी यहां जा सकते हैं . लेकिन ध्यान रहे, यह रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक पुरानी न हो. 19 जुलाई जारी नए दिशा निर्देश के तहत उत्तराखंड जाने वालों को पहले यहां http://smartcitydehradun.uk.gov.in/ रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
हिमाचल प्रदेश में आने वाले टूरिस्टों (Tourist) के लिए किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं है. हालांकि पिछले दिनों मनाली में उमड़ी भीड़ को देखते हुए सरकार ने टूरिस्टों (Tourist) को कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है. ज्यादात्तर फेमस प्लेस पर लोकल पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन के जरिए काफी सख्ती बरती जा रही है.
हवाई और सड़क मार्ग से लद्दाख पहुंचने वाले टूरिस्टों (Tourist) की RTPCR नेगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए, जो 96 घंटे से ज्यादा पुरानी न हो. इसके अलावा उन्हें आने पर Covid-19 एंटीजन टेस्ट भी कराना होगा. अगर किसी के पास नेगेटिव रिपोर्ट नहीं है तो उससे क्वारंटीन होना पड़ेगा. सभी टूरिस्टों को (Tourist) आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा.
जहां तीन फीसदी से अधिक संक्रमण दर है वहां के लोगों का उत्तर प्रदेश में प्रवेश RTPCR की नेगेटिव रिपोर्ट के साथ ही दिया जाएगा. रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक पुरानी न हो. फिलहाल ऐसे राज्य महाराष्ट्र, केरल और नॉर्थ ईस्ट के ही हैं. बाकी सभी राज्यों में संक्रमण दर तीन फीसदी से कम है.
आप दार्जलिंग घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो आपको RTPCR रिपोर्ट दिखाना जरूरी है. दरसअल पश्चिम बंगाल की हवाई यात्रा करने वालों को कोरोना की नेगेटिव RTPCR रिपोर्ट दिखाना होगी है. RTPCR रिपोर्ट नहीं है तो वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी होगा. इसके बाद ही पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने दिया जाएगा. वहीं RTPCR रिपोर्ट 72 घंटे से पहले की नहीं होनी चाहिए.
4 जुलाई 2021 जारी नए आदेश के तहत Covid-19 (RTPCR नेगेटिव रिपोर्ट की जरूरत नहीं) वैक्सीनेशन कराने वालों को प्रवेश की अनुमति है. एंट्री मेली और रंगपो चेक पोस्ट से होगी.
यहां पूरी तरह से वैक्सीनेशन वाले यात्री गोवा में प्रवेश कर सकते हैं. दूसरों को RTPCR नेगेटिव रिपोर्ट की जरूरत होगी. आगामी दिनों में पर्यटक (Tourist) बढ़ने के साथ साथ कोविड रूल्स में और अधिक सख्ती हो सकती है.