Financial Freedom Summit 2024: इमरजेंसी फंड प्लानिंग बहुत जरूरी: CFP पूनम रुंगटा

कोविड के बाद अब लगता है कि 6 से 8 महीने का फंड होना चाहिए.

Financial Freedom Summit 2024: इमरजेंसी फंड प्लानिंग बहुत जरूरी: CFP पूनम रुंगटा

फाइनेंशियल फ्रीडम समिट के तीसरे सेशन  ‘इतनी असुरक्षा क्यों है भाई?’ में Wiseinvest Pvt Ltd के CEO हेमंत रुस्तगी ने बताया कि भारतीय फाइनेंशियली वलरनेबल हैं क्योंकि उनके पास पर्याप्त नहीं है. जिस समाज में हम रहते हैं, उसके हिसाब से हमारे पास पर्याप्त पैसे नहीं है. एक्टरनल और इंटरनल फैक्टर हैं. एक्सटरनल फैक्टर यानी- जॉब लॉस का डर, इनकम लेवल कम हो सकता है, हाई कॉस्ट ऑफ लीविंग आदि.  इंटरनल फैक्टर को लेकर उन्होंने कहा कि हम सही सेविंग नहीं करते. इंश्योरेंस नहीं लेते. इन्वेस्ट नहीं करते. रिस्क मैनेजमेंट पर ध्यान नहीं देते. भारतीय पहले खर्च करते हैं फिर बचत करते हैं. इसका उल्टा होना चाहिए. इस सोच में बदलाव करने की जरूरत है. सही प्रोडक्ट में निवेश करें.

इमरजेंसी फंड प्लानिंग बहुत जरूरी

फाइनेंशियल फ्रीडम समिट के तीसरे सेशन में  CFP पूनम रुंगटा ने कहा कि इमरजेंसी फंड प्लानिंग बहुत जरूरी है. इमरजेंसी जॉब लॉस, हेल्थ से जुड़ी दिक्कत आदि हो सकती है. उसके लिए हमें तैयारी रखनी जरूरी है. इसके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है. इमजेंसी फंड कितना होना चाहिए, कैसे रखना चाहिए. पहले हम 3-6 महीने की फंड होने की बात कहते हैं, फंड का मतलब हर महीने का पूरा खर्च. लेकिन कोविड के बाद अब लगता है कि 6 से 8 महीने का फंड होना चाहिए.

90 फीसद लोग बैंकरप्सी से बस एक स्टेप दूर

तीसरे सेशन के दौरान Credence Wealth Advisors के MD कीर्तन शाह ने कहा कि भारत में 90 फीसद लोग बैंकरप्सी से बस एक स्टेप दूर हैं, वो स्टेप हैं अस्पताल में भर्ती होना. इन्वेस्टमेंट करते समय रिस्क को ध्यान में रखें. रिस्क को कवर नहीं करेंगे तो निवेश बेकार है. रिस्क मैनेजमेंट पर ध्यान नहीं देंगे तो इन्वेस्टमेंट का मतलब नहीं.

स्कूल-कॉलेज में फाइनेंशियल एडुकेशन जरुरी 

तीसरे सेशन के दौरान Moneyfront के को-फाउंडर और CEO मोहित गंग ने कहा कि हर जेनरेशन अपने एक खास फाइनेंशियल प्रेफरेंस के लिए जाना जाता है. हर जनरेशन ने अपना दौर देखा है, एडुकेशन मायने रखता है. स्कूल-कॉलेज में फाइनेंशियल एडुकेशन नहीं दिया जाता है. मिडिल इनकम ग्रुप को भी ऐसा एडुकेशन नहीं मिला. इसे दूर करने की जरूरत है.

मुख्य लक्ष्य को ध्यान में रखकर बनाएं पोर्टफोलियो

तीसरे सेशन के दौरान Roongta Securities Pvt Ltd  के सीईओ हर्षवर्धन रुंगटा ने कहा कि केवल एक तरह के एसेट से पोर्टफोलियो नहीं बनता. हर एसेट क्लास की अपनी अलग अलग अहमियत होती है. निवेशक अपने मुख्य लक्ष्य को ध्यान में रखकर पोर्टफोलियो बनाएं. अपनी जरूरत के हिसाब से इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट चुनना चाहिए.

Published - February 14, 2024, 03:43 IST