फीफा विश्व कप (FIFA World Cup) के लिए एशियाई चरण के क्वालीफिकेशन के तैयारियों के लिए जब जापान और दक्षिण कोरिया की टीमें मैत्री मुकाबले में एक दूसरे का सामना करेंगी तो यूरोपीय लीगों में खेलने वाले कई खिलाड़ी मैदान पर दिख सकते है. जबकि एक अन्य महत्वपूर्ण मुकाबले में ताजिकिस्तान की टीम गुरूवार को अपने मैदान पर मंगोलिया से भिडेंगी. विश्व रैंकिंग में 190वें स्थान पर काबिज मंगोलिया के खिलाफ ताजिकिस्तान जीत दर्ज कर ग्रुप एफ में जापान के बाद दूसरे स्थान पर पहुंचना चाहेगा. ताकिस्तान की टीम नवंबर 2019 के बाद पहली बार (FIFA World Cup) मैदान पर उतरेगी और घरेलू स्टेडियम में उसके समर्थन के लिए लगभग 10,000 दर्शक मौजूद रहेंगे.
टीम के कोच उसमोन तोशेव ने कहा , ‘‘ टीम में सुधार को हम देख सकते है. टीम में अब बेहतर खिलाड़ी आ रहे हैं. ये मुकाबले कई बार स्थगित हुए लेकिन अब हमारा ध्यान तीन अंक हासिल करने पर है.’’
मंगोलिया को इस मैच के पांच दिन बार जापान के खिलाफ खेलना है. जापान की कोशिश लगातार सातवीं बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने की होगी. जापान क्वालीफिकेशन मुकाबलों से पहले चिर-प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के खिलाफ योकोहामा में मैत्री मैच खेलेगा जिसमें यूरोपीय लीग के कई बड़े खिलाड़ी मैदान पर दिखेंगे.
युवा खिलाड़ियों को खुद को साबित करने के मिलेंगे मौके
भारतीय फुटबॉल टीम के कोच कोच इगोर स्टिमक ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त मौके दिए जाएंगे क्योंकि वह भविष्य के लिए एक टीम का निर्माण करने के लिए तैयार हैं. भारतीय टीम यहां ओमान और यूएई के खिलाफ फीफा मैत्री मैचों की तैयारी कर रही है. इस दौरे पर आयी टीम की औसत आयु 24 साल से कुछ ज्यादा है, जिसमें 12 खिलाड़ी 25 साल से कम है जबकि दो खिलाड़ी 19 वर्ष के है.
स्टिमक ने यहां तैयारी शिविर के इतर कहा, ‘‘ राष्ट्रीय टीम में 19, 20, 21, 23 साल के खिलाड़ियों को टीम में देखना शानदार है. हम फीफा अंडर -17 विश्व कप से मिली प्रतिभाओं को विकसित कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि ये खिलाड़ी अगले चार वर्षों में वे सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलने के लिए तैयार रहे और ऐसी टीमों के खिलाफ जीत हासिल करें. यह फुटबॉल में एक लंबी प्रक्रिया है, और इसमें समय लगता है.’’
भारतीय टीम 25 मार्च को ओमान और 29 मार्च को यूएई के खिलाफ खेलेगी. उन्होंने कहा, ‘‘ इन युवा खिलाड़ियों ने इंडियन सुपर लीग के इस सत्र में शानदार खेल दिखाया, उन्हें अब खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साबित करना होगा। मैं ऐसा करने के लिए उन्हें मौके दूंगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम उन्हें दवाब मुक्त रखने की कोशिश कर रहे है और उन्हें बता रहे है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डरने की कोई जरूरत नहीं है. किसी भी खिलाड़ी को एक या दो गलती के लिए टीम से बाहर नहीं किया जाएगा. ’’
स्टिमक ने हालांकि कहा, ‘‘ टीम में जगह बनाने के लिए आपको अच्छा करना होगा. इसमें उम्र कोई पैमाना नहीं है. अगर आप अच्छा करते है तो आप कभी उम्रदराज नहीं माने जाएंगे.’’