चढ़ते-गिरते शेयर बाजार में भी देसी निवेशकों का भरोसा बरकरार
NJ AMC के डायरेक्टर और CEO राजीव शास्त्री कहते हैं कि भारतीय बाजार हर गिरावट में खरीदारी करने वाला बाजार है . आगे भी यह रणनीति जारी रहेगी.
चढ़ते-गिरते शेयर बाजार में भी देसी निवेशकों का भरोसा बरकरार है . म्यूचुअल फंड्स के जरिए बाजार में पहुंचती छोटी-छोटी बचत निवेश का पहाड़ बना रही है. मार्च में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में कुल 28,463.49 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, जो फरवरी के मुकाबले 44 फीसद ज्यादा है. मार्च में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी सिप के जरिए 12,327.91 करोड़ रुपए का निवेश हुआ. सिप करने वाले खाताधारकों की संख्या भी रिकॉर्ड 5.27 करोड़ तक पहुंच गई . फरवरी में यह आंकड़ा 5.17 करोड़ था .
एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक मार्च महीने में इक्विटी फंड्स के सभी 11 कैटेगिरी में शुद्ध रूप से निवेश ही हुआ . मल्टीकैप फंड्स में सबसे ज्यादा 9,694.56 करोड़ रुपए का निवेश और लार्ज एवं मिडैकप फंड्स में 3,164.67 करोड़ रुपए का निवेश .
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आए इस बड़े निवेश की एक वजह एनएफओ भी हैं . मार्च में कुल 23 न्यू फंड ऑफर आए हैं . SBI के मल्टीफंड एनएफओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला . करीब 8000 करोड़ रुपए की राशि इस एनएफओ में निवेश हुई थी .
म्यूचुअल फंड के रास्ते पहुंचते इसी निवेश की वजह से शेयर बाजार ऊपरी स्तर पर टिके हैं . क्योंकि निवेशकों की ओर से आ रहे पैसे को फंड मैनेजर को बाजार में लगाना ही है . शेयर चाहे जिस भाव पर मिले . मार्च महीने में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से 41,000 करोड़ से ज्यादा की बिकवाली की . लेकिन इसके बाद भी सेंसेक्स और निफ्टी 4 फीसद चढ़े .
बाजार विशेषज्ञ मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में म्यूचुअल फंड के रास्ते आ रहे पैसे की आमद जारी रहेगी. NJ AMC के डायरेक्टर और CEO राजीव शास्त्री कहते हैं कि भारतीय बाजार हर गिरावट में खरीदारी करने वाला बाजार है . आगे भी यह रणनीति जारी रहेगी . ऐसे में म्यूचुअल फंड निवेशकों को यही सलाह होगी कि वे अपना निवेश जारी रखें .
इक्विटी म्यूचुअल फंड के विपरीत डेट म्यूचुअल फंड से निवेशक बाहर निकल रहे हैं. मार्च में डेट स्कीमों से कुल 1.14 लाख करोड़ रुपए की निकासी हुई . इसकी बड़ी वजह वित्त वर्ष अंत में कॉर्पोरेट और बैंक जैसे संस्थान एडवांस टैक्स जमा करने के लिए अपने निवेश को भुना लेते हैं .