नकदी के संकट से जूझ रही गूगल और रिलायंस समर्थित क्विक कॉमर्स कंपनी डंजो एक बार फिर छंटनी करने जा रही है. कंपनी अपनी लागत को 30-40 फीसद कम करने के लिए कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. डंजो इस साल अभी तक दो चरण में पहले ही 400 कर्मचारियों को निकाल चुकी है. डंजो 25-30 मिलियन डॉलर की फंडिंग के नए दौर को पूरा करने के करीब है जिसमें रिलायंस रिटेल, गूगल और लाइटरॉक जैसे मौजूदा निवेशकों के भाग लेने की उम्मीद है. हालांकि फंड जुटाने के लिए वैल्युएशन तय नहीं किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक इन निवेशकों की भागीदारी प्रो राटा बेसिस पर की जाएगी यानी संबंधित कंपनियां डंजो में अपनी मौजूदा हिस्सेदारी के अनुसार पूंजी निवेश करेंगी. बता दें कि रिलायंस रिटेल के पास 25.8 फीसद हिस्सेदारी है और वह पहले से ही कंपनी में सबसे बड़ा शेयरधारक है. वहीं गूगल के पास कंपनी की 19 फीसद हिस्सेदारी है.
डंजो के प्रवक्ता ने फंड जुटाने की खबर को सही बताया है और कहा है कि अक्टूबर अंत तक फंड जुटाने की प्रक्रिया के पूरा होने की उम्मीद है. अगर कंपनी फंड जुटाने में कामयाब रहती है तो कंपनी की नकदी समस्या कम करने में मदद मिलेगी. बता दें कि नकदी की कमी की वजह से डंजो अभी तक अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पाई है. कंपनी ने अभी तक कर्मचारियों के जून, जुलाई और अगस्त के वेतन का भुगतान नहीं किया है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप लागत में कटौती के लिए विंड टनल रोड स्थित अपने मुख्यालय को खाली करने पर विचार कर रही है. हालांकि इस दफ्तर को नई जगह ट्रांसफर किया जाएगा या नहीं इस बारे में कंपनी की ओर से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है.