अब ड्रोन से होगी दवाओं की डिलीवरी, पूरा हुआ ट्रायल

Drone Medicine Delivery: ट्रायल के दौरान 2 किलो तक की दवाएं 2-7 किलोमीटर तक की दूरी पर भेजी गईं. औसतन 5-7 मिनट में ड्रोन ने 3.5 किलोमीटर कवर किए

drone delivery of medicines can be a reality now, trial successful

इस परियोजना का शुभारंभ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्यमंत्री के.टी. रामाराव और सविता इंद्रा रेड्डी की उपस्थिति में किया गया

इस परियोजना का शुभारंभ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्यमंत्री के.टी. रामाराव और सविता इंद्रा रेड्डी की उपस्थिति में किया गया

B2B ई-कॉमर्स कंपनी उड़ान (Udaan) और थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स (TAS) ने बेंगलुरू में ड्रोन डिलीवरा का ट्रायल पूरा कर लिया है. अब इनका इस्तेमाल दवाइयां लोगों तक पहुंचाने के लिए किया जा सकता है.

कंपनियों ने बताया कि डायरेक्टर-जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के नेतृत्व में बेंगलुरू के बाहरी इलाकों में आने वाले गौरीबिदनूर के 15 किलोमीटर के रेडियस में टेस्टिंग की गई है. उड़ान के ग्राहकों को दवा पहुंचाने में दो ड्रोन मॉडल, मेडकॉप्टर X4 और मेडकॉप्टर X8 सफल रहे.

ट्रायल के दौरान दो किलो तक की दवाइयों के स्टॉक को दो से सात किलोमीटर तक की दूरी पर भेजा गया. औसतन पांच से सात मिनट में ड्रोन के साथ दवाओं को 3.5 किलोमीटर तक भेजा जा सका. साथ ही डिलीवरी के दो तरीकों को आजमाया गया. पहला, सामान को नीचे तक लटकाना और दूसरा, ड्रोन की दवाओं के साथ लैंडिंग कराना.

कंपनियों का कहना है कि ट्रायल में मिली सफलता से बियॉन्ड लाइन ऑफ साइट (BLOS) ड्रोन की मदद से कम से कम समय में लोगों तक सामान पहुंचाने का रास्ता खुला है. जिन जगहों की रोड कनेक्टिविटी उतनी अच्छी नहीं है, वहां तक पहुंच बढ़ाना आसान होगा. साथ हीं, भीड़भाड़ वाले शहरी इलाकों में डिलीवरी की रफ्तार तेज की जा सकेगी.

कमर्शियल इस्तेमाल शुरू होने के बाद आपदाओं, महामारियों जैसी स्थिति में भी दूर-दराज के इलाकों तक दवाइयां और जरूरी सामान पहुंचाना मुमकिन हो पाएगा. किसी तरह की इंफ्रस्ट्रक्चर या लॉजिस्टिक्स से जुड़ी चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

Published - August 20, 2021, 06:26 IST