इस दिवाली भारतीय जमकर शॉपिंग करने के मूड में दिखाई पड़ रहे हैं. ग्लोबल एडवर्टाइजिंग टेक्नोलॉजी कंपनी ट्रेड डेस्क के तीसरे फेस्टिव पल्स सर्वे के मुताबिक इस दिवाली पर करीब 70 फीसद भारतीय ज्यादा खर्च करने के लिए तैयार हैं, जो कि पिछले साल की तुलना में 35 फीसद ज्यादा है. उपभोक्ता खर्च में जो बढ़ोतरी देखने को मिल रही है वह मुख्य रूप से उपभोक्ताओं के इस आशावादी रवैये की वजह से है. सर्वे में यह बात सामने आई है कि 53 फीसद भारतीयों की वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है, जबकि 49 फीसद उपभोक्ताओं में इस साल जश्न को लेकर उत्साहित है.
सर्वे में इस बात के भी संकेत मिले हैं कि भारतीय उपभोक्ताओं के बीच बढ़ते आशावाद से ब्रांड्स को इस साल बड़ी त्योहारी बिक्री होने की उम्मीद है. इससे ब्रांड्स को उपभोक्ता हितों और प्राथमिकताओं के मुताबिक विज्ञापन बनाने का मौका मिलेगा. सर्वे के मुताबिक ज्यादा खर्च करने की योजना बना रहे लोगों में से 68 फीसद लोग कपड़ों पर, 65 फीसद सोना और ज्वैलरी, 64 फीसद दिवाली फूड आइटम, उपहार और 68 फीसद मित्रों और साथियों पर खर्च करने की योजना बना रहे हैं.
द ट्रेड डेस्क के जनरल मैनेजर तेजिंदर गिल के मुताबिक इस साल दिवाली सबसे बड़ा शॉपिंग सीजन होगा. लोग जश्न मनाने की तैयारी में अधिक खर्च करने की योजना बना रहे हैं. इस मौके का फायदा उठाने के लिए मार्केटिंग करने वालों को उचित विज्ञापन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, ताकि वह ग्राहकों का विश्वास जीत सकें. दिवाली के लिए खरीदारी के दौरान 58 फीसद भारतीय खुद को योजनाबद्ध खरीदार मानते हैं, जबकि 45 फीसद लोग दिवाली की खरीदारी का फैसला ब्रांड के भरोसे लेते हैं. पिछले साल की दिवाली की खरीदारी की तुलना में इस साल कस्टमर्स के बीच ब्रांड के प्रति लॉयल्टी ज्यादा दिखी है. सर्वे से पता चला है कि 74 फीसद उपभोक्ता स्वास्थ्य और व्यक्तिगत देखभाल में उत्पाद खरीदते समय उसी ब्रांड से जुड़े रहेंगे, जो कि पिछले साल की तुलना में 23 फीसद ज्यादा है.