ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए जगमग रही दीवाली, इनकी रही फीकी 

Diwali Sales: मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुराना ने कहा कि यह "ऑफ़लाइन और छोटे खुदरा विक्रेताओं के लिए अच्छी दिवाली नहीं थी. 

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Picture: Pixabay - कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष एरिक ब्रैगेंजा ने कहा कि वित्त वर्ष 2011 में विकास दर 12-14 फीसदी से आधे से अधिक 5-6 फीसदी हो गई. 

Picture: Pixabay - कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष एरिक ब्रैगेंजा ने कहा कि वित्त वर्ष 2011 में विकास दर 12-14 फीसदी से आधे से अधिक 5-6 फीसदी हो गई. 

Diwali Sales: महामारी के बाद भारत में अमीर और कम संपन्न उपभोक्ताओं के बीच व्यापक अंतर देखने को मिला है. महीने भर चलने वाला त्योहारी सीजन जो 7 अक्टूबर को नवरात्रि के साथ शुरू हुआ और शनिवार को भाई दूज के साथ समाप्त हुआ. अमीरों ने ज्यादा पैसे खर्च किए तो बढ़ती महंगाई, विभिन्न उत्पाद श्रेणियों में कीमतों में बढ़ोतरी और घरेलू बजट में बढ़ोतरी के बीच कम संपन्न लोगों में उतना उत्साह नहीं दिखा. इस सीजन में संपन्न परिवारों ने कार, मोबाइल फोन और टीवी से लेकर वाशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर तक सब खरीदा.

बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के अनुसार गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड और एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट कमल नंदी ने कहा, ‘त्योहारी सीजन में पिछले साल की तुलना में 14 फीसदी की वॉल्यूम ग्रोथ देखी गई.

मूल्य वृद्धि 28 प्रतिशत से अधिक थी. प्रीमियम सेगमेंट जैसे फ्रॉस्ट-फ्री रेफ्रिजरेटर, पूरी तरह से स्वचालित वाशिंग मशीन, और एसी में अधिक वृद्धि देखी गई.

विजय सेल्स के प्रबंध निदेशक नीलेश गुप्ता ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि त्योहारी सीजन के दौरान घरेलू उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स के मामले में 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.

गुप्ता ने कहा, चाहे वह टीवी, रेफ्रिजरेटर या वाशिंग मशीन हो छोटे वर्ग की तुलना में बड़े वर्ग के लोगों ने इन्हें ज्यादा खरीदा है.

ई-कॉमर्स फर्मों के लिए एक बंपर सीजन रहा 

कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष एरिक ब्रैगेंजा ने कहा कि वित्त वर्ष 2011 में विकास दर 12-14 फीसदी से आधे से अधिक 5-6 फीसदी हो गई.

ब्रागेंज़ा ने आगे कहा इस साल त्योहारी सीजन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. रेडसीर कंसल्टिंग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुल मिलाकर यह ई-कॉमर्स फर्मों के लिए एक बंपर सीजन रहा है.

अमेज़न का महीने भर चलने वाला ग्रेट इंडियन फेस्टिवल 2021 और फ्लिपकार्ट का द बिग बिलियन डेज़ जो अक्टूबर की शुरुआत में शुरू हुआ था यह एक बड़ी सफलता रही है.

99.7 प्रतिशत पिन कोड में अपनी सर्विस दी 

अमेज़न ने हाल ही में कहा था कि उसके महीने भर चलने वाले बिक्री कार्यक्रम में उसके विक्रेताओं और ब्रांड भागीदारों के लिए अब तक की सबसे बड़ी खरीदारी गतिविधि देखी गई है, जिससे लाखों ग्राहकों को सेवाएं मिल रही हैं.

इसने 99.7 प्रतिशत पिन कोड में अपनी सर्विस दी है. इस द बिग बिलियन डेज़ में 2020 कि तुलना में नए विक्रेताओं में 55 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई थी. इनमें से लगभग 57 प्रतिशत विक्रेता टियर -2, टियर -3 और छोटे शहरों से थे.

सभी के लिए अच्छा नहीं रहा त्योहारी सीजन 

ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुराना ने कहा कि यह “ऑफ़लाइन और छोटे खुदरा विक्रेताओं के लिए अच्छी दिवाली नहीं थी. जिसमें साल-दर-साल बिक्री में 30-35 प्रतिशत की गिरावट आई है.

खुराना के मुताबिक, शुरुआती शॉपिंग फेस्टिवल और ई-कॉमर्स फर्मों द्वारा भारी छूट ने ऑफलाइन रिटेलर्स को नुकसान पहुंचाया है.

 उन्होंने एप्पल के एक उदाहरण का हवाला देते हुए कहा, “ब्रांड और बैंक मिलीभगत से काम कर रहे हैं और ऑनलाइन ग्राहकों को हर खरीदारी पर कैशबैक दे रहे हैं.” इससे ऑफलाइन को काफी नुकसान हुआ है.

Published - November 9, 2021, 03:20 IST