डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet) का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को जल्द ही नई सुविधा मिलने जा रही है. यूजर्स एक डिजिटल वॉलेट से दूसरे वॉलेट (Digital Wallet) में बिना किसी परेशानी के आसानी से रुपये ट्रांसफर कर सकेंगे. मिसाल के तौर पर, अगर आप पेटीएम का डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet) यूज कर रहे हैं और आपको इससे फोन पे के वॉलेट में रुपये ट्रांसफर करने हैं तो आप इसे आसानी से कर पाएंगे. इसमें सर्विस प्रोवाइडर से कोई लेना-देना नहीं होगा. एक बार RBI का इंटरऑपरेबिलिटी का प्रस्ताव अमल में आ जाने पर आप अलग-अलग वॉलेट (Digital Wallet) में पैसा ट्रांसफर कर सकेंगे. यह वॉलेट-टू-बैंक या बैंक-टू-वॉलेट या बैंक-टू-बैंक ट्रांसफर की तरह काम करता है.
इसे लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रेडिट पॉलिसी के बाद कई नए ऐलान किए है. इनमें से कुछ ऐलान डिजिटल पेमेंट वॉलेट (Paytm, PhonePe-Mobikwik और Amazon Pay) यूजर्स के लिए हैं.
डिजिटल वॉलेट से निकाल सकेंगे कैश
अब आप जल्द ही पेटीएम, मोबिक्विक जैसे डिजिटल वॉलेट और नॉन-बैंक एंटिटीज के प्रीपेड कार्ड से कैश भी निकाल सकेंगे. नॉन-बैंक एंटिटीज से कैश निकालने की अनुमति जल्द ही लोगों को मिल जाएगी. हालांकि इसमें शर्त यह है कि ग्राहक ने केवाईसी की प्रक्रिया पूरी की हो. अभी कैश निकालने की इजाजत सिर्फ बैंकों से जारी केवाईसी कम्प्लायंट पीपीआई (क्रेडिट/डेबिट कार्ड) को ही है. PPI का मतलब प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट से होता है.
तीन तरह के होते हैं पीपीआई इंस्ट्रूमेंट
डिजिटल वॉलेट जैसे पीपीआई इंस्ट्रूमेंट में स्टोर वैल्यू पर सामानों की खरीद की सुविधा मिलती है. आरबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, पीपीआई इंस्ट्रूमेंट तीन तरह के होते हैं. इनमें क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई, सेमी क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई और ओपन सिस्टम पीपीआई शामिल हैं. देश में पेटीएम, मोबिक्विक, पेयू इत्यादि सेमी क्लोज्ड वॉलेट में आते हैं. अभी कैश विदड्रॉल की अनुमति सिर्फ ओपन सिस्टम पीपीआई से है. इनमें डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड आते हैं.
दूसरे फाइनेंशियल संस्थान भी देंगे NEFT की सुविधा
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने ऐलान किया है कि अब बैंकों के अलावा दूसरे फाइनेंशियल संस्थान भी लोगों को NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) और RTGS की सुविधा देंगे. डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए फिनटेक और पेमेंट बैंक जैसे गैर-बैंक जल्द आरटीजीएस और एनईएफटी फैसिलिटी ऑफर कर सकते हैं.