पेट्रोल और डीजल की कीमतों के उलट LPG सिलेंडर (रसोई गैस सिलेंडर) के दाम आमतौर पर महीने में एक दफा बदलते हैं. देश के चार मेट्रो शहरों में 14.2 किलो के रसोई गैस सिलेंडर के दाम 809 रुपये से 855 रुपये के बीच चल रहे हैं. अलग-अलग राज्यों के टैक्स के हिसाब से ये दाम तय होते हैं.
गुजरे 2 वर्षों में LPG सिलेंडर के दाम कम से कम 12 दफा रिवाइज हुए हैं और इनमें जून 2019 के बाद से करीब 90 रुपये का इजाफा हुआ है.
मई 2020 में रसोई गैस सिलेंडर का दाम 580 रुपये था.
लेकिन, रसोई गैस सिलेंडर की अलग-अलग कीमतों के चलते हम यहां इसका राज खोलने की कोशिश कर रहे हैं.
ऐसे तय होती है कीमत
1 जून से मुंबई और दिल्ली में रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 809 रुपये हो गई है. वहीं, कोलकाता और चेन्नई में इसका दाम 835 रुपये चल रहा है. दूसरी ओर, पटना में यही सिलेंडर 907 रुपये का पड़ता है.
इंडियन ऑयल के मुताबिक, सिलेंडर पर केंद्रीय GST के तौर पर 9% और स्टेट GST के तौर पर 9% चार्ज लिया जाता है. इसके साथ ही हर सिलेंडर पर 61 रुपये डीलर कमीशन होता है.
डीलर कमीशन में स्थानी ढुलाई भाड़ा, बॉटलिंग चार्ज और मार्केटिंग कॉस्ट शामिल होती है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को हर सिलेंडर पर करीब 4.5 रुपये बचते हैं.
सब्सिडी
फिलहाल कंज्यूमर्स को LPG सिलेंडर पर बतौर सब्सिडी केवल 19.75 रुपये ही मिलते हैं. ये रकम सीधे कस्टमर के बैंक खाते में जाती है.
सरकार ने 2015 में लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 563 रुपये सब्सिडी देने की शुरुआत की थी. उस वक्त रसोई गैस सिलेंडर की कीमत करीब 999 रुपये थी.
मई 2021 के आंकड़े बता रहे हैं कि ये सब्सिडी अमाउंट अब घटकर केवल 19.57 रुपये रह गया है.
क्या हैं कनेक्शंस के आंकड़े?
मार्च 2021 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कुल 28.5 करोड़ LPG कनेक्शंस हैं. इनमें से 83 लाख कनेक्शन प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गिए दिए हैं. ये स्कीम 1 मई 2016 को लॉन्च हुई थी.
सरकार का मार्च 2022 तक उज्जवला योजना के तहत 30 लाख और कनेक्शन देने का लक्ष्य है. लेकिन, मुश्किल ये है कि तीन फ्री सिलेंडर्स के बाद गरीब तबके के परिवारों को मार्केट प्राइस पर सिलेंडर लेने पड़ते हैं.
प्रोपेन, ब्यूटेन का खेल
रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें प्रोपेन (propane) और ब्यूटेन (butane) की अंतरराष्ट्रीय कीमतों और डॉलर-रुपये के एक्सचेंज रेट पर निर्भर करती हैं.
लेकिन, इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि मार्च से ही ब्यूटेन और प्रोपेन के दाम 20% से ज्यादा गिर चुके हैं.
2021 में घरेलू LPG के दाम मार्च में बस 10 रुपये कम हुए हैं. हालांकि, जनवरी से इसकी कीमत में 125 रुपये की तेजी आ चुकी है.
अंतरराष्ट्रीय भाव
रसोई गैस सिलेंडर (LPG) के दाम इंपोर्ट पैरिटी प्राइस (IPP) फॉर्मूला पर आधारित है. ये अंतरराष्ट्रीय प्रोडक्ट प्राइसेज पर आधारित है.
सऊदी आरामको का कॉन्ट्रैक्ट प्राइस इस कैलकुलेशन के लिए बेंचमार्क माना जाता है. IPP फॉर्मूले में सऊदी आरामको का LPG प्राइस, फ्री-ऑन-बोर्ड दाम, समुद्री ढुलाई चार्ज, कस्टम्स ड्यूटी और पोर्ट ड्यूटी शामिल होती हैं और इनके आधार पर फाइनल कीमत तय होती है.
इसके बाद GST और डीलर कमीशन लगता है और तब ग्राहकों के लिए कीमत निकलती है.
आगे बढ़ेंगे या गिरेंगे दाम?
वेस्ट बंगाल इंडेन डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के सेक्रेटरी बीजन बिश्वास कहते हैं, “अंतरराष्ट्रीय कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है और ऐसे में घरेलू रसोई गैस के दाम भी कम से कम 20 रुपये बढ़ सकता है. अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बढ़ने पर तो सरकार घरेलू रसोई गैस सिलेंडर दाम तुरंत बढ़ा देती है, लेकिन जब इंटरनेशनल प्राइसेज कम होते हैं तो इसका फायदा कस्टमर्स को नहीं दिया जाता.”