मल्टीनेशनल कंपनी डियाजियो ने यूनाइटेड किंगडम (यूके) में काम करने वाले अपने सभी मेल व फीमेल कर्मचारियों को पूरे वेतन के साथ 26 सप्ताह यानी साढ़े छह महीने की पेरेंटल लीव (parental leave) देने की घोषणा की है. इसे दुनिया का सबसे बेहतर पेरेंटल लीव बेनिफिट बताया जा रहा है.
दरअसल कंपनी ने अपने मेल और फीमेल कर्मचारियों को समान रूप से 52 सप्ताह यानी एक वर्ष की पेरेंटल लीव (parental leave) देने का फैसला किया है. इसमें से पहले 26-सप्ताह की छुट्टी पूरी सैलरी के साथ दी जाएगी. इस घोषणा के बाद अब यूके में डियाजियो के लिए काम करने वाले पेरेंट्स समान रूप से फुल सैलरी वाली 26 वीक की छुट्टी के हकदार होंगे. इसमें कोई लिंग भेद नहीं होगा. इसके अलावा बच्चे का बर्थ नेचुरल रूप से हो, टेस्टयूब या सरोगेसी से हुआ हो सबको समान रूप से यह लीव मिलेगी. बच्चा गोद लेने वाले पेरेंट्स भी इस पेरेंटल लीव (parental leave) के हकदार होंगे.
कंपनी की ओर से ये कदम अपने संस्थान में लैंगिक समानता का समर्थन करने, काम का माहौल बनाने और अपने मैन पावर को बनाए रखने के लिए उठाया गया है. कंपनी का कहना है कि इसके जरिए वह अपने सभी कर्मचारियों को करियर में समान अवसर और सुविधाएं उपलब्ध करा पाएंगे. समान पेरेंटल लीव (parental leave) का यह ऑफर पूरे यूके में कार्यरत डियाजियो के सभी 4,500 कर्मचारियों के लिए है. इनमें स्कॉटलैंड में लगभग 3,100 कर्मचारी भी शामिल हैं, जो मैन्युफैक्चरिंग के काम से जुड़े हुए हैं.
कंपनी की चीफ एचआर मैरेद नायगेर का कहना है कि कामकाज की दुनिया में पेरेंटल लीव (parental leave) से जुड़ी नीतियों और सांस्कृतिक मानदंडों में बदलाव सहित कामकाज के ढंग में भी बदलावों करने की जरूरत है. कंपनी की यह घोषणा एक महत्वपूर्ण कदम है. यह हमारे यंग एम्प्लॉई को बिना किसी लिंग भेद के फैमिली शुरू करने और बढ़ाने का ऑप्शन देगी. इसी के साथ ही कामकाज के क्षेत्र में बिना किसी बाधा के आगे बढ़ने का भी मौका भी एम्प्लॉई को मिलेगा.
ब्रिटेन के महिला और समानता विभाग की मंत्री पेनी मोर्डेंट ने कहा कि मैं डियाजियो के इस कदम से बहुत खुश हूं. पेरेंटल लीव (parental leave) पेरेंटस को अपने बच्चे के जीवन के शुरुआती महीनों में अपने उसके साथ बेहतर समय बिताने का मौका देती है. इस समय में बच्चों का अपने पेरेंट्स से ऐसा बंधन बनता है जो जीवन भर के लिए होता है. कर्मचारियों के खुश रहने के फायदा भी कहीं ना कहीं कंपनी को मिलता है.