कोरोना से जुड़े जरूरी सामान आसानी से होंगे इम्‍पोर्ट, कस्‍टम क्लियरेंस मिलने में नहीं होगी समस्‍या

DGFT ने ‘कोविड-19 हेल्पडेस्क’ शुरू की है. इससे कोरोना मामलों में आयी तेजी के मद्देनजर निर्यात एवं आयात की स्थिति पर नजर रखी जाएगी.

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दुनिया भर में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते भारत सरकार के वाणिज्य विभाग और विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक्‍सपोर्ट व इम्‍पोर्ट की स्थिति और कारोबारियों की दिक्‍कतों की निगरानी करने का काम शुरू किया है. इसके लिए DGFT ने ‘कोविड-19 हेल्पडेस्क’ शुरू की है. हेल्पडेस्क के माध्यम से कोरोना मामलों में आयी तेजी के मद्देनजर निर्यात एवं आयात की स्थिति पर नजर रखी जाएगी और व्यापार हितधारकों के सामने आने वाली कठिनाइयों को हल किया जाएगा. डीजीएफटी के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से जुड़े मुद्दों में मदद करने और उनका उपयुक्त हल तलाशने के लिए ‘कोविड-19 हेल्पडेस्क शुरू किया गया है.

इन मुद्दों पर ध्यान देगी कोविड-19 हेल्पडेस्क

– वाणिज्य विभाग/डीजीएफटी से संबंधित मामले
– आयात एवं निर्यात के लाइसेंस से जुड़ी समस्याओं पर
– सीमा शुल्क मंजूरी में होने वाली देरी और उससे पैदा होने वाली जटिलताओं पर
– आयात/ निर्यात प्रलेखन के मुद्दे
– बैंकिंग से जुड़े मामले
– हेल्पडेस्क केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के अन्य मंत्रालयों/विभागों/एजेंसियों से जुड़े मुद्दों का पता लगाएगा और उनका संकलन करेगा. मंत्रालयों के बीच समन्वय कर उनसे मदद लेने और संभव हल प्रदान करने की कोशिश करेगा.

इस प्रकार दर्ज करें अपनी समस्या

सभी हितधारक, विशेष रूप से निर्यातक और आयातक निम्नलिखित चरणों का इस्तेमाल करते हुए डीजीएफटी वेबसाइट पर जानकारी डाल सकते हैं. निर्यातक और आयातक अपनी उन समस्याओं से जुड़ी जानकारी भी डाल सकते हैं जिन्हें लेकर उन्हें मदद चाहिए –

– DGFT की वेबसाइट (https://dgft.gov.in) पर ‘सेवाएं’ मे जाकर ‘हेल्पडेस्क सेवा’ पर जाएं
– ‘नया अनुरोध तैयार करें’ और ‘कोविड-19 ’के रूप में श्रेणी का चयन करें
– उपयुक्त उप-श्रेणी का चयन करें, दूसरे जरूरी विवरण दर्ज करें और सबमिट करें

वैकल्पिक रूप से, कोई व्यक्ति,विषय शीर्षक: ‘कोविड-19 हेल्पडेस्क’ के साथ ईमेल आईडी: dgftedi@nic.in पर अपनी समस्याएं भेज सकता है। शिकायतकर्ता टोल फ्री नंबर: 1800-111-550 पर कॉल भी कर सकता है.

शिकायत को कर सकते हैं ट्रेस

DGFT हेल्पडेस्क सेवाओं के तहत स्टेटस ट्रैकर का इस्तेमाल करके शिकायतकर्ता अपनी समस्या के हल और फीडबैक की स्थिति का पता लगा सकता है. इन टिकटों की स्थिति अपडेट होने पर ईमेल और एसएमएस भी भेजे जाएंगे.

Published - April 27, 2021, 11:10 IST