साल 2020 में कोविड-19 संकट ने एक तरफ जिंदगी की रफ्तार धीमी की तो वहीं ग्लोबल ग्रोथ का चक्का भी जाम हुआ. यही वजह रही कि कई कंपनियों ने सैलरी काटी, तो कुछ ने छंटनी भी की. लेकिन अब एक सर्वे के मुताबिक भारत की 92 फीसदी कंपनियां साल 2021 में सैलरी बढ़ाने की तैयारी में हैं. दिग्गज रिसर्च और कंसल्टिंग कंपनी डेलॉइट (Deloitte) ने 400 कंपनियों के बीच किए अपने सर्वे में पाया कि भारत में इस साल औसत 7.3 फीसदी की दर से सैलरी बढ़ेगी. साल 2020 में ये सिर्फ 4.4 फीसदी था.
सर्वे के मुताबिक 20 फीसदी कंपनियां इस साल डबल डिजिट इन्क्रीमेंट देंगी यानि सैलरी में 10 फीसदी या इससे ज्यादा सैलरी बढ़ेगी. वहीं पिछले साल सिर्फ 12 फीसदी कंपनियों ने डबल डिजिट में सैलरी बढ़ाई थी. इस साल सैलरी बढ़ने का आंकड़ा भले 7.3 फीसदी हो लेकिन डेलॉइट इंडिया (Deloitte) के पार्टनर आनंदरूप घोष के मुताबिक ये कोविड से पहले के साल से कम है. उन्होंने कहा, साल 2019 में 8.6 फीसदी की औसत का इन्क्रीमेंट मिला था जो 2021 से ज्यादा था. उन्होंने ये भी कहा कि सर्वे में सैलरी बढ़ने का आंकड़ा कोविड में हुई कटौती के पहले की सैलरी के बेस पर तय किया गया है.
घोष के मुताबिक आईटी सेक्टर की कंपनियां सैलरी में 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी कर सकती हैं जबकि लाइफ साइंस की कंपनियों में इन्क्रीमेंट 9-10 फीसदी के बीच रह सकता है.
डेलॉइट (Deloitte) के सर्वे में कामकाजी महिलाओं पर भी आंकड़ा जारी हुआ है. सर्वे के मुताबिक कंपनियों में महिला कर्मचारियों की संख्या 22 फीसदी हो गई है. घोष का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले ये ज्यादा ही है और इसमें वर्क फ्रॉम होम की वजह से भी हो सकता है.
सर्वे के मुताबिक कंपनियों में ये रुझान दिख रहा है कि भारत की आर्थिक स्थिति सुधरने के साथ ही आपके घर भी ज्यादा सैलरी आएने की उम्मीद है.
डेलॉइट पार्टनर आनंदरूप घोष के साथ यहां देखिए पूरी चर्चा: