दिल्ली में लॉकडाउन से रोजाना 600 करोड़ रुपए का नुकसान, व्यापारी बोले- जान है तो जहान है

Delhi Lockdown- देश के अन्य राज्यों में लॉकडाउन, आंशिक लॉकडाउन, कर्फ्यू के चलते रोज लगभग 10 हजार करोड़ रुपए का व्यापार नहीं हो रहा है.

Delhi Lockdown, CAIT, Delhi vyapari sanghathan, Praveen khandelwal, Delhi Lockdown list, Delhi Markets, Latest business news,

आज रात 10 बजे से 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली बंद है. मतलब 6 दिन के लिए लॉकडाउन (Delhi Lockdown) लगाया गया है. दिल्ली में लॉकडाउन के फैसले का व्यापारी संगठनों ने भी स्वागत किया है. कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा- यह एक बहुत जरूरी कदम है. दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोविड मामलों के मद्देनजर कैट पिछले कई दिनों से दिल्ली में लॉकडाउन लगाने की मांग कर रहा था. दिल्ली के सभी व्यापारी संगठन अपनी ज़िम्मेदारियों के प्रति प्रतिबद्ध हैं और सरकार के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे और दूसरों को भी पालन करने के लिए प्रेरित करेंगे. कैट ने सभी को आशवस्त किया है कि दिल्ली में सभी प्रकार से जरूरी चीजों की आपूर्ति की जाएगी, जिससे आम लोगों को लॉकडाउन से कोई असुविधा न हो.

खंडेलवाल के मुताबिक, दिल्ली को पांच जोन में बांट देना चाहिए. सेंट्रल, पूर्व, पश्चिम, उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली में विभाजित कर 5 नोडल अधिकारियों को जिम्मेदारी देनी चाहिए. इनके साथ सहयोग करते हुए सभी जोन में कैट टीम के लोग आपूर्ति एवं दूसरे काम में सरकार की मदद कर सकेंगे. खंडेलवाल ने बताया की एक मोटे अनुमान के अनुसार, दिल्ली में लॉकडाउन (Delhi Lockdown) के दौरान रोजाना लगभग 600 करोड़ रुपए का व्यापार नहीं होगा, जबकि देश के अन्य राज्यों में लॉकडाउन, आंशिक लॉकडाउन, कर्फ्यू जैसी दूसरी बंदिशों के चलते रोजाना लगभग 10 हजार करोड़ रुपए का व्यापार नहीं हो पा रहा है. इसके अलावा निर्यात की वस्तुओं के व्यापार पर भी बुरा असर पड़ा है, लेकिन कोरोना के संक्रमण की चेन को रोकना जरूरी है, इसलिए व्यापारी इसे एक कड़वा घूंट मान कर पीने को तैयार हैं. मेडिकल व्यवस्था चरमरा गई है, उसको देखते हुए बाजार बंद करने के अलावा दूर कोई रास्ता नहीं बचा है.

बता दें, कैट के साथ मिलकर दिल्ली के प्रमुख बाजारों की व्यापारिक एसोसिएशनों ने दिल्ली में कोविड के संक्रमण को कम करने के लिए 25 अप्रैल तक अपने बाजारों में स्वयं लॉकडाउन लगाने का फैसला किया था, जिससे दिल्ली में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने और सुधारने का समय दिल्ली सरकार को मिल सके.

दिल्ली के लगभग 100 से ज्यादा प्रमुख बाजार जैसे चांदनी चौक, सदर बाजार, करोल बाग, खारी बावली, भागीरथ प्लेस, चावरी बाजार, न्यू लाजपत राय मार्केट, पुराना लाजपत राय मार्केट, दरीबा कला, किनारी बाजार, अशोक विहार,लाल कुआँ, अजमेरी गेट, श्रद्धानन्द बाजार, दरियागंज, गाँधी नगर, शांति मोहल्ला, जगतपुरी, कृष्णा नगर, पहाड़गंज, मुल्तानी ढांडा, मयूर विहार, तुग़लक़ाबाद, उत्तम नगर, जेल रोड, विकासपुरी, जनकपुरी, पश्चिम विहार. केमिकल मार्केट, साइकिल मार्केट, कंप्यूटर मीडिया बाजार, रबर और प्लास्टिक बाजार, कागज, लोहा और हार्डवेयर, सेनेटरीवेयर, मशीनरी, किराना, स्कूटर पार्ट्स, फोर व्हीलर पार्ट्स, मोरी गेट, गारमेंट्स, फर्निशिंग फैब्रिक, मोबाइल एसेसरीज, कन्फेक्शनर्स, स्टेशनर्स, ऑप्टिकल्स की एसोसिएशन ने भी अपने बाजार बंद रखे हैं.

खंडेलवाल ने कहा कि कोविड महामारी से लड़ना न केवल सरकार की जिम्मेदारी है, बल्कि हर नागरिक की भी जिम्मेदारी है और इसे ध्यान में रखते हुए, दिल्ली के सभी व्यापारी संगठन पूरी तरह से सरकार और प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैयार हैं.

पूरी बातचीत का वीडियो यहां देखिए

Published - April 19, 2021, 03:01 IST