Delhi Airport: बीते कुछ हफ्तों में यात्रियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी को देखते हुए दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Delhi Airport) का टर्मिनल 1 (T1) अक्टूबर के मध्य तक चालू किया जा सकता है. देश में कोविड-19 आउटब्रेक के कारण इंटरनेशनल फ्लाइट ऑपरेशन को सस्पेंड किए जाने के दो दिन बाद पिछले साल 25 मार्च को टी1 को बंद कर दिया गया था. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के एक अधिकारी ने बताया कि टर्मिनल 1 को दोबारा खोलने की तारीख पर विचार किया जा रहा है.
अधिकारी ने कहा कि यहां का मेंटेनेंस वर्क पहले से ही कर लिया गया है और एक सप्ताह के नोटिस में भी अगर इस टर्मिनल को ओपन करना होगा तो ये आसानी से हो जाएगा.
टर्मिनल 1 को ऑपरेशनल बनाने के लिए सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) भी पूरी तरह से तैयार है. टी1 समेत सभी टर्मिनलों पर CISF की तैनाती हो चुकी है.
टर्मिनलों के एक्सपेंशन वर्क का भी काम चल रहा है. एक्सपेंशन वर्क में नया टी1 एप्रन, चौथा रनवे और नया एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवेज शामिल है.
एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कहा कि टर्मिनल के केवल एक हिस्से को ही चालू किया जाएगा, क्योंकि बिल्डिंग का एक्सपेंशन वर्क जारी रहेगा.
टी1 को पहले मार्च में ऑपरेशनल बनाने का प्लान था, लेकिन कोविड की दूसरी लहर के चलते इस प्लान को ड्रॉप कर दिया गया.
अब अक्टूबर में अगर ये टर्मिनल ओपन होगा तो यहां पर शुरू में एक दिन में लगभग 120-150 फ्लाइट्स का अराइवल और डिपार्चर देखने को मिलेगा. महामारी से पहले, ये संख्या 250 से 300 फ्लाइट्स की थी.
एयरपोर्ट के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि टर्मिनलों के एक्सपेंशन में अभी कम से कम डेढ़ साल का समय लगेगा. इस एक्सपेंशन के बाद यात्री क्षमता 20 मिलियन से बढ़कर 40 मिलियन प्रति वर्ष हो जाएगी.
ये काम 2023 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. मौजूदा विस्तार योजना के तहत टी1 के एप्रन क्षेत्र को 2.82 लाख स्क्वायर मीटर से बढ़ाकर 6.29 लाख स्क्वायर मीटर किया जाएगा.
डिपार्चर और अराइवल सहित टर्मिनल का कुल क्षेत्रफल 1.92 लाख स्क्वायर मीटर होगा, जो मौजूदा 64,000 स्क्वायर मीटर का लगभग तीन गुना होगा.
कोविड की दूसरी लहर के काफी हद तक थमने के बाद अब दिल्ली एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स का फुटफॉल भी तेजी से बढ़ रहा है.
सोमवार को यहां लगभग 100,000 पैसेंजर्स का फुटफॉल दर्ज किया गया, जो कि कोविड से पहले के एवरेज डेली फुटफॉल 200,000 का लगभग आधा है. दो हफ्ते पहले डेली पैसेंजर्स का आंकड़ा लगभग 45,000 था.