Cyclone Tauktae Update: मुंबई में 6 की मौत, वेरावल में बह गईं 5 नौकाएं, 8 लोग लापता

Cyclone Tauktae के चलते गुजरात के ऊना और दीव में करीब 300 पेड़ धराशायी हो गए. कई जगहों पर बिजली के खंभे भी उखड़ गए.

insurance, home insurance, cyclone

जलभराव से परेशान होती मुंबई

जलभराव से परेशान होती मुंबई

Cyclone Tauktae Update: महाराष्ट्र के बाद चक्रवाती तूफान तौकते (Tauktae) सोमवार रात गुजरात से सटे दीव से टकराया. 130 किमी की रफ्तार से चल रही हवाओं के साथ तौकते तबाही लेकर आया है. तूफान रात के 9.30 बजे गुजरात से टकराया.

तौकते (Cyclone Tauktae) के चलते ऊना और दीव में करीब 300 पेड़ धराशायी हो गए. कई जगहों पर बिजली के खंभे भी उखड़ गए. ऊना में मोबाइल टावरों को भी नुकसान पहुंचा है. दीव के बस स्टैंड, बंदर चौक में समुद्री पानी दाखिल होने की भी खबरें हैं.

दीव में हुआ नुकसान

दीव की कचहरी में शेड टूट गए हैं. तूकान (Cyclone Tauktae) की वजह से भावनगर, जूनागढ़, राजकोट, सुरेन्द्रनगर सहित सौराष्ट्र में भारी बारिश हो रही है. इस बीच वेरावल में तट पर लगी 5 नौकाएं समुद्र में बह गई हैं जिनमें 8 लोगों के सवार होने का अनुमान है.

सोमनाथ, जूनागढ़ में लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया

तौकते तूफान (Cyclone Tauktae) का असर सोमनाथ-वेरावल में भी ज्यादा देखने को मिला है. सोमनाथ में 100 किमी की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. कई जगह बिजली गुल हो गई. जूनागढ़ में भारी बारिश और हवाओं के चलते कई जगहों पर होर्डिंग गिर गए हैं.

तूफान को ध्यान में रखते हुए सौराष्ट्र के समुद्र से सटे इलाकों से करीब 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानो पर पहले से ही स्थानांतरित किया जा चुका है.

NDRF की टीमें भी सतर्कता से जमी हुई हैं. तौकते की वजह से पिछले 24 घंटे में गुजरात के बगसरा में 8 इंच, गिर में 7.5 इंच, ऊना में 7 इंच, सावरकुंडला में 6.5 इंच, पालीताणा में 6 इंच, अमरेली में 5 इंच, उमरगाव में 7.5 इंच और महुवा, राजुला, खांभा में 5-5 इंच बारिश हुई है.

ताजा जानकारी के अनुसार, तौकते अब अहमदाबाद की ओर बढ़ रहा है. तूफान (Cyclone Tauktae) की वजह से कल रात से ही अहमदाबाद, वडोदरा, नडियाद, राजकोट में बारिश हो रही है.

मुंबई में तबाही

चक्रवाती तूफान तौकते (Cyclone Tauktae) ने बीते दिनों महाराष्ट्र में भी अपना असर दिखाया. मुंबई में तौकते तूफान के कारण 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि 9 लोग घायल हुए हैं.

मुंबई के पास समुद्र में एक नाव फंस गई है, जिसमें करीब 273 लोग थे. ये नाव तूफान के बीच डूब गई, जिसके बाद भारतीय नेवी ने राहत बचाव का काम शुरू किया और मंगलवार सुबह तक कुल 146 लोगों को बचा लिया है.

भारतीय नेवी के मुताबिक, इंडियन नेवल P8I सर्विलांस एयरक्राफ्ट की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नेवी के हेलिकॉप्टर भी इस काम में जुटे हैं. तूफान के कारण मुंबई में 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं.

तेज हवाओं के चलते मुंबई के कई इलाकों में पेड़ गिर गए. नगर निगम ने पेड़ों को काटकर रास्तों को खाली कराया. बीएमसी की टीमें लगातार सड़कों पर एक्टिव रहीं.

तूफान (Cyclone Tauktae) के खतरे के चलते मुंबई एयरपोर्ट, मोनोरेल भी बंद की गई थी. तूफान के चलते मुंबई का मशहूर बांद्रा-वर्ली सी लिंक भी बंद है, ये सी लिंक दो दिन बंद रखने का फैसला लिया गया है.

23 साल पहले मचाई थी तबाही

गुजरात में इससे पहले तूफान का भयानक मंजर 23 साल पहले देखा गया था. वर्ष 1998 में 9 जून को कच्छ के कांडला बंदर पे तूफानी चक्रवात टकराया था. जिसमें 1173 लोगो की मौत हो गई थी, जबकि 1,174 लोग लापता हो गए थे. लेकिन, इस बार प्रशासन ने पहले से सावधानी बरती और पोर्ट को बंद कर दिया है.

Published - May 18, 2021, 02:18 IST