Cryptocurrency: क्रिप्टो विज्ञापनों में जरूरी है पर्याप्त डिसक्लेमर

एक वैधानिक डिसक्लेमर जिसमें कहा जाए कि क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अधिक जानकारी हासिल करना जरूरी है, उसका हर विज्ञापन में होना अहम है.

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रिजर्व बैंक ने बैंकों को ऐसे मामले में नर्म रुख रखने के लिए कहा है.

रिजर्व बैंक ने बैंकों को ऐसे मामले में नर्म रुख रखने के लिए कहा है.

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में हालिया क्रैश के चलते बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमतें 50% तक नीचे आ गई हैं. ये 64,000 डॉलर हाई पर पहुंच गई थीं. करीब एक महीने के वक्त में ही इसका मार्केट कैप में 100 अरब डॉलर डूब गए हैं. जिन लोगों ने इसकी पीक वैल्यू पर पैसे लगाए थे वे अब बड़े नुकसान का सामना कर रहे हैं. लोगों को इस बात से जागरूक किए बगैर कि वे कहां पैसा लगा रहे हैं, क्रिप्टो एक्सचेंज बिना पर्याप्त डिसक्लेमर के विज्ञापन चला रहे हैं.

इसी को देखते हुए एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्डर्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने इन विज्ञापनों को चिंता का सबब बताया है. ये एक स्वागतयोग्य फैसला है. साथ ही ASCI जल्द ही अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा के बाद कंज्यूमर्स के हितों की सुरक्षा के लिए नई गाइडलाइंस भी लाएगा.

ये घटनाक्रम ऐसे वक्त पर हुआ है जबकि दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल में ही चेतावनी दी थी कि ये विज्ञापन बिना पर्याप्त डिसक्लेमर्स के चलाए जा रहे हैं. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) और दूसरी संस्थाओं से कोर्ट ने पर्याप्त कदम उठाने और नेशनल टेलीविजन पर विज्ञापन दे रहे प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के लिए उचित गाइडलाइंस लाने के लिए कहा है.

कोर्ट ने वजीरएक्स, कॉइनडीसीएक्स और कॉइंसविच कुबेर से भी रेस्पॉन्स मंगाए हैं.

चिंता की एक और वजह ये भी है कि क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 अभी तक लंबित पड़ा है और इस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.

मौजूदा मॉनसून सत्र में भी ये बिल संसद में पेश नहीं किया जाना है. सरकार को क्रिप्टो से जुड़े कानूनों पर स्पष्टता लाने की जरूरत है. ये जरूरी है क्योंकि दूसरे इन्वेस्टमेंट्स के उलट क्रिप्टोकरेंसी को मांग और सप्लाई का सामान्य नियम रेगुलेट करता है.

इसमें बेहद उतार-चढ़ाव देखा जाता है, लेकिन इनके लिए कोई रेगुलेशन नहीं है. विज्ञापनों पर उचित डिसक्लेमर का होना निश्चित तौर पर तब तक के लिए मददगार साबित होगा जब तक कि स्पष्ट गाइडलाइंस लागू नहीं कर दी जातीं.

एक वैधानिक डिसक्लेमर जिसमें साफतौर पर कहा जाए कि क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अधिक जानकारी हासिल करना जरूरी है, उसका हर विज्ञापन में होना अहम है. किसी भी निवेश से पहले अपना फैसला और रिसर्च जरूरी है. डिसक्लेमर ऐसा होना चाहिए जो कि एक आम आदमी की समझ में आए और प्रमुखता से प्रकाशित किया गया हो.

Published - July 22, 2021, 06:05 IST