चीन अपने ही देश के अरबपति कारोबारी जैक मा के पीछे हाथ धोकर पड़ी है. पहले ही जैक मा को कई महीनों तक गायब रहना पड़ा था. अब चीन सरकार ने इनकी कंपनी अलीबाबा पर 2.78 अरब डॉलर का भारी जुर्माना ठोक दिया है. सरकार की ये कार्रवाई अलीबाबा पर अब तक का सबसे बड़ा एक्शन है.
दरअसल, सरकार का आरोप है कि जैक मा की कंपनी अलीबाबा ने एकाधिकार विरोधी नियमों का उल्लंघन किया है. साथ ही यह भी कहा गया है कि कंपनी ने बाजार में अपनी साख का दुरुपयोग किया है. इससे पहले जैक मा ने पिछले साल सरकार की नीतियों की आलोचना की थी, तभी से जैक मा चीनी सरकार के निशाने पर आ गए हैं.
जैक मा की कंपनी अलीबाबा पर चीनी सरकार की ओर से जो जुर्माना लगाया गया है वो कंपनी के 2009 के कुल रेवन्यू के 4 फीसदी हिस्से के बराबर है. इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में जैक मा ने चीन सरकार की आलोचना की थी, जिसके बाद से वो कुछ महीनों के लिए लापता हो गए थे. इस घटना के बाद जैक मा की चीन में किसी भी जगह सार्वजनिक उपस्थिति नहीं देखी गई थी. हालांकि, कुछ महीनों बाद जैक मा की उपस्थिति एक कार्यक्रम में देखी गई. जिसके बाद से उनके लापता होने की चर्चा पर विराम लग गया.
दरअसल, जैक मा ग्रामीण शिक्षक पुरस्कार समारोह में शामिल हुए थे. जो एक सालाना कार्यक्रम है, जिसे साल 2015 में जैक मा फाउंडेशन ने लॉन्च किया था. वीडियो के जरिए वह देशभर के 100 ग्रामीण शिक्षकों से मिले हैं. पूर्वी चीन के जेजियांग प्रांत की समाचार वेबसाइट तिआन्मू न्यूज के अनुसार, इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हम एक बार फिर मिलेंगे जब महामारी (कोविड-19) खत्म हो जाएगी.’ ये वही प्रांत है, जहां अलीबाबा कंपनी का मुख्यालय है.