Amul Case in Canada: भारत के सबसे बड़े सहकारी डेयरी ब्रांड अमूल (Amul) और गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने कनाडा में ट्रेडमार्क केस जीता है, ये पहली बार था जब किसी डेयरी ब्रांड ने विदेशी जमीन पर एक कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. द टाइम्स ऑफ इंडिया (The Times of India) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस जानीमानी डेयरी कंपनी (Amul) ने अमूल कनाडा (Amul Canada) और चार दूसरे लोग – मोहित राणा, आकाश घोष, चंदू दास और पटेल पर मुकदमा दायर करने के लिए कनाडा की फेडरल कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
क्या है केस?
जनवरी 2020 में, अमूल (Amul) ने पाया कि इस समूह (Amul Canada) ने अमूल-द टेस्ट ऑफ इंडिया (Amul-The Taste Of India) के ट्रेडमार्क और लोगो की नकल की थी और लिंक्डइन (LinkedIn) पर एक नकली प्रोफाइल भी बनाई थी. कैनेडियन अमूल ब्रांड में व्यू जॉब्स (view jobs) और फॉलो (follow ) जैसे सेक्शन्स भी थे और ये चार लोग इस समूह के कर्मचारियों के रूप में लिस्ट किए गए थे.
अपनी तरफ से अमूल (Amul) ने तर्क दिया है कि उन्होंने अमूल कनाडा (Amul Canada) या इन चार आदमियों को अमूल (Amul) के ट्रेडमार्क और कॉपीराइट (copyright) का इस्तेमाल करने की कभी भी सहमति या इजाजत नहीं दी थी.
फैसला
कनाडा की फेडरल कोर्ट का मानना कि प्रतिवादियों ने असल में अमूल के कॉपीराइट का उल्लंघन किया था और इस उल्लंघन को रोकने के आदेश भी जारी किए.
इसमें यह भी कहा गया है कि चाहे बात ब्रांड के पहचान की हो या फिर जनता को गुमराह करने की और या फिर अमूल (Amul) को वास्तविक या संभावित नुकसान पहुंचाने की, अमूल ने इन सभी मुद्दों पर अपने केस को मजबूती से पेश करने कि लिए सभी जरूरी तर्क दिए हैं.
दुनिया के आठवें सबसे बड़े मिल्क प्रोसेसर के ट्रेडमार्क दर्जे को मान्यता देने के साथ ही ‘द टेस्ट ऑफ इंडिया’ (The Taste Of India’) ब्रांड को भी पहचान मिली. इसके अलावा, Intellectual Property Appellate Board Of Canada ने अमूल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 32,733 कैनेडियन डॉलर का भुगतान करने पर सहमति भी जताई.