AMUL Milk Price: अमूल ने 2 रुपये बढ़ाई दूध की कीमत, कल से देने होंगे ज्यादा दाम

2 रुपये/लीटर के साथ AMUL दूध के MRP में 4% का इजाफा हो गया है. GCMMF ने कहा है कि ये बढ़ोतरी औसत खाद्य महंगाई के मुकाबले काफी कम है.

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image: pixabay, अमूल ने इससे पहले दिसंबर 2019 में कीमतें बढ़ाई थीं.

image: pixabay, अमूल ने इससे पहले दिसंबर 2019 में कीमतें बढ़ाई थीं.

अमूल (AMUL) मिल्क ने 1 जुलाई से अपने दूध के दाम बढ़ा दिए हैं. अमूल मिल्क (AMUL) के सभी ब्रैंड्स का दाम 1 जुलाई से 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ जाएगा. अमूल ब्रैंड के तहत दूध और दूध से बने अन्य उत्पादों को बेचने वाले गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने दिल्ली-एनसीआर, अहमदाबाद और सौराष्ट्र में दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है. इनपुट कॉस्ट में इजाफे को देखते हुए ये इजाफा किया गया है.

GCMMF का बयान

2 रुपये प्रति लीटर की इस बढ़ोतरी के साथ अमूल (AMUL) दूध के MRP में 4 फीसदी का इजाफा हो गया है. GCMMF ने एक बयान में कहा है कि ये बढ़ोतरी औसत खाद्य महंगाई के मुकाबले काफी कम है.

बयान में कहा गया है कि GCMMF ने गुजरात के अहमदाबाद और सौराष्ट्र और दिल्ली-एनसीआर में कीमतों को 1 जुलाई से 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का फैसला किया है.

लागत में इजाफा है वजह

GCMMF ने कहा है, “गुजरे 1.5 साल में अमूल (AMUL) ने ताजे दूध की कैटेगरी में कीमतों में कोई इजाफा नहीं किया है. तबसे एनर्जी, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स और ऑपरेशन की ओवरऑल कॉस्ट में इजाफा हुआ है.”

GCMMF ने कहा है, “लागत बढ़ने से हमारी सदस्य यूनियनों ने भी 45 से 50 रुपये प्रति किलो फैट के हिसाब से किसानों की कीमत बढ़ा दी है. ये पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी ज्यादा है.”

ये है बढ़ोतरी

ये भाव अमूल की गोल्ड, ताजा और शक्ति ब्रान्ड में लागू होगा.

अब पहली जुलाई से अहमदाबाद में अमूल (AMUL) गोल्ड का 500 ml का पाउच 29 रुपये और अमूल ताजा का पाउच 23 रुपये में मिलेगा, वहीं अमूल शक्ति के 500 ml पाउच के लिए 26 रुपये देने होंगे.

2019 में बढ़े थे दाम

अमूल ने इससे पहले दिसंबर 2019 में कीमतें बढ़ाई थीं, उसके बाद अब कीमतें बढ़ाई है, यानी डेढ़ साल बाद कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. 2019 में अमूल ने केवल गोल्ड और ताजा ब्रैंड के भाव बढ़ाए थे, लेकिन इस बार सभी दूध ब्रैंड्स की कीमत बढ़ाई गई है.

पशु चारा भी महंगा होने को भी अमूल (AMUL) का खर्च बढ़ने की वजह बताया जा रहा है.

दुग्ध उत्पादकों को जाता है पैसा

दूध बेचने से जो कीमत मिलती है उसका 80 फीसदी दूध उत्पादकों को दिया जाता है, ऐसा कंपनी के अधिकारी बताते हैं. यानी कीमतो में जो बढ़ोतरी हुई है उससे दूध उत्पादकों को राहत मिलेगी.

अमूल (AMUL) 18,600 गांव के 36 लाख से भी ज्यादा डेयरी किसानो से दूध खरीदता है. GCMMF भारत की सबसे बड़ी सहकारी डेयरी है और इसका सालाना टर्नओवर 52,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है.

Published - June 30, 2021, 04:06 IST