One Nation One Helpline Number: वन नेशन वन हेल्पलाइन नंबर (One Nation One Helpline Number) की दिशा में सरकार ने एक और नंबर को 112 से जोड़ने का फैसला लिया था. इसके तहत जल्दी ही देश में महिला एवं बाल संरक्षण के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सभी हेल्पलाइन का भी एकीकरण कर दिया जाएगा. केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्री ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से केंद्र के साथ राज्यों की सभी हेल्पलाइन हाईटेक की जाएंगी. इससे शिकायतों पर कार्रवाई में तेजी आएगी.
सरकार के मुताबिक मौजूदा समय में बच्चों व महिलाओं के लिए अलग-अलग हेल्पलाइन है. इससे शिकायतों के निपटारे में देरी होती है. हाईटेक हेल्पलाइन से महिलाओं व बच्चों की शिकायतें सीधे संबंधित अधिकारियों के पास जाएंगी. मौजूदा समय में 112 और 181 के साथ कई राज्यों की अपनी हेल्पलाइन हैं. इसके साथ 1098 हेल्पलाइन बच्चों की मदद के लिए चलाई जा रही है जहां पर एनजीओं की सहायता से शिकायतों का निवारण किया जा रहा है.
महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले में सबूत को मिटाया न जा सके और समय पर फोरेंसिक जांच हो सके. इसके लिए सभी पुलिस स्टेशनों में फॉरेंसिक किट्स उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. देश में 10,000 से ज्यादा पुलिस स्टेशन में किट्स नहीं हैं.
उन्होंने बताया कि महिलाओं की मदद के लिए बने वन स्टॉप सेंटर में 3 लाख आठ हजार महिलाओं की मदद की गई है. इस सेंटर को अस्पताल, हॉस्टल, पुलिस स्टेशन से जोड़ा जा रहा है. महिलाओं व बच्चों के खिलाफ अपराध में सबसे आगे 100 जिलों में मुंबई, बेंगलुरु, साइबराबाद, लखनऊ, इंदौर, हैदराबाद शामिल हैं. मुंबई में सबसे अधिक 10159 शिकायतें दर्ज हुई हैं.