टमाटर के दामों में अभी भी नरमी नहीं आई है. भारी बारिश के कारण मंडियों में टमाटर की कमी बनी हुई है. टमाटर को 120 से लेकर 200 रुपए किलो तक में बेचा जा रहा है. टमाटर की महंगाई को देखते हुए सरकार की ओर से सस्ते दामों पर टमाटर बेचा जा रहा है लेकिन टमाटर की जितनी मांग है, उसकी तुलना में ये सस्ता टमाटर बहुत कम बेचा जा पा रहा है.
सहकारी संस्था NCCF ने बताया कि उसने दिल्ली, राजस्थान और यूपी में पिछले 15 दिनों में 560 टन टमाटर बेचा है. फिलहाल भी रिटेल मार्केट में टमाटर की कीमतों में तेजी बनी हुई है लिहाजा NCCF रियायती दामों में टमाटर की बिक्री जारी रखेगी. भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ ने 14 जुलाई से 90 रुपए प्रति किलो के हिसाब से टमाटर बेचना शुरु किया था. बाद में दाम और घटा दिए गए और 70 रुपए किलो कर दिए गए.
NCCF के अलावा नेफेड भी बिहार व अन्य राज्यों में सस्ते टमाटर की बिक्री कर रहा है. NCCF की प्रबंध निदेशक अनीस जोसफ चंद्रा कहा कि 28 जुलाई तक दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लगभग 560 टन टमाटर बेचा है. तीनों राज्यों में बिक्री जारी है. NCCF, टमाटर की बिक्री मोबाइल वैन, केंद्रीय भंडार की चुनिंदा दुकानों और ONDC के माध्यम से कर रहा है.
ऐसा माना जा रहा है कि अगस्त की शुरुआत में टमाटर के दामों में नरमी आ सकती है. टमाटर की कीमतों में आमतौर पर जुलाई-अगस्त के दौरान तेजी आती है. मानसून के कारण भी टमाटर की आपूर्ति में रुकावट आई है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र के नासिक से जल्द ही नई फसल आने की उम्मीद है साथ ही एमपी से भी जल्द ही टमाटर की आपूर्ति शरु हो सकती है.
दरअसल देश के कई इलाकों में टमाटर के दाम बहुत बढ़ गए हैं. दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में इसके दाम 200 रुपए प्रति किलो से भी अधिक हो गए हैं. लोगों की परेशानी को देखते हुए केंद्र सरकार ने NCCF और नेफेड से लोगों को सस्ते दामों पर टमाटर मुहैया कराने को कहा था.