कोरोना के बाद वर्क फ्रॉम होम खत्म होने के बाद किराए के मकानों के लिए बढ़ी मांग ने घरों के किराए में बढ़ोतरी कर दी है. प्रॉपर्टी प्लेटफॉर्म नो-ब्रोकर की रिपोर्ट बताती है कि 2023 की पहली छमाही के दौरान घरों के किराए में 20 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. नो-ब्रोकर ने यह रिपोर्ट 34 हजार उपभोक्ताओं के प्रॉपर्टी मांग के आधार पर तैयार की है. इसमें बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई, हैदराबाद और पुणे सहित प्रमुख शहरों में किराये और खरीदारों के साथ-साथ मकान मालिक की राय भी शामिल की गई.
कार्यस्थल के पास मकान की बढ़ी मांग
रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर लोग अपने कार्यस्थलों के पास रहना चाहते हैं, यही वजह है कि किराये के मकान की मांग बढ़ रही है. लोगों की प्राथमिकताओं में बदलाव ने कार्यालयों और पार्कों के नजदीक संपत्तियों की मांग को बढ़ावा दिया है. हालांकि जरूरत से ज्यादा मांग बढ़ने की वजह से जगह सीमित हो गई है. इसी का फायदा मकान मालिक ले रहे हैं. खासतौर पर बेंगलुरु के पूर्वी क्षेत्रों में इसे लेकर काफी प्रतिस्पर्धा है. मकान मालिकों के एक बड़े हिस्से नेकिराए में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है.
शहरवार देखें कितना बढ़ा किराया
प्रमुख शहरों में इस साला किराये में 8 से 16 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखने को मिली. बेंगलुरु में सबसे अधिक 16 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, इसके बाद पुणे में (12 प्रतिशत), हैदराबाद (11 प्रतिशत), दिल्ली एनसीआर (10 प्रतिशत), मुंबई (9 प्रतिशत), और चेन्नई (8 प्रतिशत) का इजाफा हुआ.