Jio फाइनेंशियल के बाद Reliance की एक और कंपनी होगी लिस्‍ट

रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (Reliance Retail Ventures Ltd) IPO की तैयारी के लिए अपनी 8 से 10 फीसदी हिस्‍सेदारी और बेच सकती है.

Jio फाइनेंशियल के बाद Reliance की एक और कंपनी होगी लिस्‍ट

अरब‍पति कारोबार मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के नेतृत्‍व वाली रिलायंस इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) भी शेयर बाजार में लिस्‍ट होने की तैयारी में है. अभी हाल ही में रिलायंस इंडस्‍ट्रीज की वित्‍तीय सेवा इकाई जियो फाइनेंशियल सर्विसेस शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई है. रिालयंस रिटेल वेंचर्स शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाली रिलायंस समूह की तीसरी कंपनी बन जाएगी.

द इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड अपने विस्तार और आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की तैयारी के लिए और 8 से 10 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है. इस हिस्‍सेदारी को बेचने की प्रक्रिया अगले 12 से 15 महीनों में पूरी होने की संभावना है.

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अधिक हिस्सेदारी की बिक्री जरूरी है, क्योंकि रिलायंस रिटेल का 100 अरब डॉलर का मौजूदा मूल्यांकन अस्थिर हो सकता है और बाजारों के लिए इसे अवशोषित करना मुश्किल हो सकता है. हिस्सेदारी को और कम करने से आईपीओ के आकार का प्रबंधन करना आसान होगा.

सेबी के नियमों के मुताबिक, किसी कंपनी की सार्वजनिक शेयरधारिता, जिसमें वित्‍तीय निवेशकों की हिस्‍सेदारी भी शामिल है, कम से कम 25 फीसदी होनी चाहिए. वर्तमान में, आरवीएनएल की 11 फीसदी हिस्‍सेदारी वैश्विक निवेशकों के पास है. अभी हाल ही में कतर निवेश प्राधिकरण (QIA) ने 8000 करोड़ रुपए से अधिक राशि में 0.99 फीसदी हिस्‍सेदारी खरीदने की घोषणा की है. आईपीओ लाने की पात्रता हासिल करने के लिए रिलायंस रिटेल को अभी अपनी करीब 14 फीसदी हिस्‍सेदारी और बेचने की आवश्‍यकता होगी.

एक अधिकारी के मुताबिक, अगर रिलायंस रिटेल निवेशकों को करीब 20 फीसदी (मौजूदा सार्वजनिक हिस्‍सेदारी सहित) बेचने में सक्षम है, तो वह IPO में खुदरा निवेशकों को करीब 5 फीसदी हिस्‍सेदारी की पेशकश कर सकती है. मौजूदा मूल्‍यांकन पर IPO का आकार करीब 5 अरब डॉलर (41,000 करोड़ रुपए) है. आईपीओ आने तक मूल्‍याकंन बढ़ने के साथ, रिलायंस रिटेल को निवेशकों को अपने शेयर बेचना जारी रखना होगा, अगर ऐसा नहीं होता है तब कंपनी का IPO सफल नहीं हो सकेगा.

रिलायंस रिटेल, आरआरवीएल की एक सहायक कंपनी है. यह वैश्विक शीर्ष 100 खुदरा विक्रेताओं में शामिल एकमात्र भारतीय कंपनी है. बिक्री और लाभ के हिसाब से यह भारत में सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है. यह सबसे बड़ी सूचीबद्ध रिटेल चेन एवेन्‍यू सुपरमार्ट, जो डीमार्ट का संचालन करती है, के मूल्‍य से लगभग साढ़े तीन गुना अधिक बड़ी है.

Published - August 25, 2023, 01:17 IST