जुलाई के दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में हुई भारी बरसात की वजह से मानसून सीजन की औसत बरसात का आंकड़ा सामान्य से 5 फीसद ऊपर पहुंच गया था लेकिन अब यह आंकड़ा सामान्य से 2 फीसद डिफिसेट में आ गया है. मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि मानसून सीजन में अबतक, यानी 1 जून से 12 अगस्त तके देशभर में औसतन 540.4 मिलीमीटर बरसात हुई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान 552.6 मिलीमीटर बारिश होती है. अगस्त के दौरान अबतक देश के पूर्वी हिस्सों को छोड़ अधिकतर हिस्सों में सामान्य से कम बरसात हुई है जिस वजह से देश की औसत बरसात का आंकड़ा कम हुआ है.
मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस साल देश के 36 मौसम सब डिविजन में से 22 सब डिविजन में सामान्य बरसात हुई है जबकि 9 सब डिविजन ऐसे हैं जहां पर सामान्य के मुकाबले कम बरसात देखने को मिली है. हालांकि 5 सब डिविजन ऐसे भी हैं जहां पर सामान्य से ज्यादा या बहुत ज्यादा बरसात हुई है. सामान्य से कम बरसात वाले इलाके बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश और केरल हैं. केरल में अबतक सामान्य के मुकाबले 42 फीसद कम बरसात हुई है.
हालांकि मौसम विभाग का मानना है कि 18 अगस्त से देश में एक बार फिर से जुलाई जैसे हालात देखने को मिल सकते हैं. उन सभी राज्यों में बरसात का सिलसिला फिर से शुरू हो सकता है जहां पर भारी बरसात के बाद कुछ दिनों की राहत मिली है. मौसम विभाग का मानना है कि 17 -23 अगस्त के दौरान मध्य भारत में मानसून की बरसात सामान्य से ज्यादा रह सकती है, पूर्वी-पूर्वोत्तर-दक्षिण भारत में सामान्य या सामान्य से अधिक बरसात का अनुमान है और इस दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य के मुकाबले कम बरसात रह सकती है.
इस बीच मौसम विभाग ने 12-14 अगस्त के दौरान हिमाचल प्रदेश, 12-16 अगस्त के दौरान उत्तराखंड, 13-14 अगस्त को पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बरसात का अनुमान भी जारी किया है.