ई-कॉमर्स कंपनी मीशो ने पिछले छह महीने में करीब 42 लाख नकली और 10 लाख प्रतिबंधित उत्पादों को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है. लिहाजा कंपनी ने कुल 52 लाख प्रोडक्ट्स को लिस्ट से हटा दिया है. इस सिलसिले में कंपनी की ओर से बयान जारी किया गया है. मीशो के एक अधिकारी का कहना है कि हटाए गए उत्पाद सूचीबद्ध कुल उत्पादों के पांच प्रतिशत से भी कम हैं.
कंपनी के अनुसार, ‘प्रोजेक्ट सुरक्षा’ प्रणाली के जरिए 12,000 से अधिक नियमों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं के खातों का पता लगाया है. साथ ही प्लेटफॉर्म तक उनकी पहुंच को प्रतिबंधित किया गया है. इस बारे में कंपनी के संस्थापक व मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी संजीव बर्नवाल ने कहा कि कंपनी ने गुणवत्ता जांच को बेहतर बनाने और नकली उत्पादों व नियमों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं की पहचान के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा लिया है.
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी के पास एक समर्पित और बेहतर टीम है जो ऑटोमैटिक जनरेट होने वाले संकेतों को समझने और उसके हिसाब से काम करती है. इससे कंपनी धोखाधड़ी से निपटने में सक्षम बनती है और यही चीज उपयोगकर्ताओं के मन में विश्वास पैदा करती है.
कंपनी ने तैयार की सूची
मीशो ने एक ‘सुरक्षा सूची’ बनाई है जिसमें लगभग 1,800 ब्रांड शामिल हैं, जिन्हें उल्लंघन और जालसाजी के लिए उच्च जोखिम वाले ब्रांड माना गया है. नकली उत्पादों की पहचान करने और कस्टमर्स को संभावित नुकसान से बचाने के लिए मीशो लगातार टेक्नोलॉजी में निवेश कर रही है. जिससे गुणवत्ता जांच बढ़ाई जा सके.
कंपनी का प्रदर्शन है बेहतर
जेफरीज की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया था कि मीशो पहले से ही प्री-मार्केटिंग और अप्रत्यक्ष खर्च के मामले में बेहतर दिखाई दे रहा है. कंपनी इस साल EBITDA ब्रेकईवन हासिल करने की राह पर है.