पिछले कुछ दिनों में प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में आई अचानक बिकवाली ने भारतीय निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है. नवंबर 2022 के एफटीएक्स क्रैश के बाद बिटकॉइन में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई. CoinGecko के आंकड़ों के अनुसार बीते एक हफ्ते में बिटकॉइन में 11.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है और यह 26,023.33 डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया. इसी तरह एथेरियम क्रिप्टोकरेंसी में 9.7 फीसद, रिपल में 16.9 फीसद, सोलाना में 13.3 फीसद, Dogecoin और शीबा इनु जैसे मीमकॉइन्स करीब 16 फीसद लुढ़क चुके हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक पूरे बाजार में पहले से ही मंदी का दौर था. इसी बीच एलन मस्क के स्पेसएक्स ने कथित तौर पर अपनी बिटकॉइन होल्डिंग्स को बेच दिया, जिसके चलते 18 अगस्त को बिटकॉइन में 8% की गिरावट दर्ज की गई. बता दें स्पेसएक्स ने 2021-2022 के दौरान बिटकॉइन में 373 मिलियन डॉलर जमा किए थे.
जानकारों का कहना है कि पिछले हफ्ते बिटकॉइन का 26,000 डॉलर से नीचे गिरना बीटीसी के लिए लगभग एक साल में सबसे बड़ी गिरावट थी. इसके साथ ही फेडरल रिजर्व के जुलाई में संभावित ब्याज दरों में बढ़ोतरी के सुझाव से निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई थीं. इसके अलावा टेस्ला की खबर के बाद बाजार के सेंटीमेंट बहुत तेजी से बदलें, नतीजतन बिटकॉइन में बड़ी गिरावट देखने को मिली. विशेषज्ञों का सुझाव है कि आने वाले महीनों में चीजें पलट सकती हैं. बिटकॉइन आने वाले महीनों में मजबूत होकर उभर सकती है. क्रिप्टो निवेशक तीन प्रमुख चीजों पर नजर बनाए हुए हैं.