सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMC) ने लगातार दूसरे महीने एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) के दाम में बढ़ोतरी की है. जेट फ्यूल के नाम से लोकप्रिय विमान ईंधन की नई कीमतें एक अगस्त से प्रभावी हो गई हैं. OMC ने घरेलू एयरलाइंस के लिए सभी प्रमुख मेट्रो शहरों में एटीएफ प्राइस को रिवाइज्ड कर दिया है. एक एयरलाइन की रनिंग कॉस्ट में जेट फ्यूल की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी होती है. जेट फ्यूल महंगा होने से सीधा असर कंपनी की परिचालन लागत पर पड़ता है. परिचालन लागत को व्यवहारिक बनाए रखने और मार्जिन को मेंटेन रखने के लिए एयरलाइंस कंपनियां हवाई किराये में बढ़ोतरी का सहारा लेती हैं.
ईंधन महंगा होने से शेयरों पर दबाव
जेट फ्यूल महंगा होने की खबर के बाद देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयर में 1.20 फीसदी की गिरावट आई है. बीएसई पर कंपनी का शेयर 31.15 रुपए के नुकसान के साथ 2563 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा था. घरेलू एयरलाइन सर्विस में इंडिगो की हिस्सेदारी करीब 61 फीसदी है.
कितनी हुई ATF की कीमत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ATF की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ी है. यहां ATF की कीमत बढ़कर 98,508.26 रुपए प्रति किलो-लीटर हो गई है. कोलकाता में ATF की नई कीमत 1,07,383.08 रुपए प्रति किलो लीटर हो गई है. भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में ATF की कीमत 92,124.13 रुपए प्रति किलोलीटर है. चेन्नई में जेट फ्यूल की नई कीमत अब 1,02,391.64 रुपए प्रति किलो लीटर हो गई है.
इंटरनेशनल रूट पर भी महंगा हुआ ईंधन
इंटरनेशनल रूट पर चलने वाली डोमेस्टिक एयरलाइंस के लिए ATF प्राइस में भी बढ़ोतरी की गई है. ATF की बढ़ी हुई कीमतों से एयरलाइंस के ऑपरेशन और ऑपरेटिंग कॉस्ट पर असर पड़ेगा. दिल्ली में ATF की कीमत 902.62 डॉलर प्रति किलोलीटर होगी. कोलकाता में एटीएफ की कीमत बढ़कर 941.09 डॉलर प्रति किलोलीटर, मुंबई में 900.73 डॉलर प्रति किलोलीटर और चेन्नई में 897.83 डॉलर प्रति किलोलीटर हो गई है.
बढ़ रहा है एयर पैसेंजर ट्रैफिक
भारत में घरेलू एयर पैसेंजर ट्रैफिक मई में 1 करोड़ 32 लाख रिकॉर्ड किया गया है. इससे पहले घरेलू एयर ट्रैफिक ने दिसंबर 2019 में 1.30 करोड़ का आंकड़ा छुआ था. इस साल मई में घरेलू एयर ट्रैफिक सालाना आधार पर 15 फीसदी और अप्रैल, 2023 की तुलना में 2 फीसदी अधिक है.